उद्घाटन के लिए अभी तय नहीं हुआ मुहूर्त, टेस्टिंग का कार्य पूर्ण, श्रेय के लिए मची होड़
नवभारत न्यूज
सिंगरौली 26 सितम्बर । जिले के सीधी-सिंगरौली के मध्य स्थित गोपद नदी पर निर्माणाधीन 39 बहुप्रतिक्षित टू-लेंन पुल बनकर तैयार हो गया है । लेकिन उद्घाटन के लिए अभी तक शुभ मुहूर्त की तिथि तय नहीं हो पाई है।
गौरतलब है कि सीधी-सिंगरौली नेशनल हाईवे 39 निर्माणाधीन फोरलेन का कार्य पिछले 13 वर्षों से चल रहा है। किंतु अभी भी 30 से 40 प्रतिशत अधूरा होने के कारण प्रदेश एवं केंद्र सरकार की जमकर किरकिरी हो रही है। वही बताते चले कि नेशनल हाईवे 39 सड़क कार्य को पूर्ण करने के लिए लगातार कोशिश भी की जा रही है और भाजपा सरकार के नेताओं तथा प्रशासन द्वारा लगातार आश्वासन दिया जा रहा था कि सड़क का कार्य जल्द पूर्ण होगा । पिछले वर्ष 2023 में अप्रैल महीने के अंदर 2 लेन का कार्य पूर्ण कर देने का भरोसा प्रदेश के उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने भी मोहन सरकार के गठन के बाद पहली बार सिंगरौली का दौरा किए थे । उस दौरान गोपद पुलिया सहित सजहर जंगल के सड़क मार्ग का अवलोकन का एमपीआरडीसी के अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसी भी हालत में अप्रैल माह 2024 तक में सड़क टू लेन का कार्य पूर्ण हो जाना चाहिए। लेकिन उप मुख्यमंत्री के सख्त निर्देश के बावजूद कार्य में कोई विशेष प्रगति नहीं देखी। जिसको लेकर उक्त मार्ग से यात्रा करने वाले मुसाफिर एवं वाहन चालक लगातार प्रदेश एवं केंद्र सरकार को कोसते नजर आए। वही गोपद पुलिया निर्माण कार्य पूर्ण करने के लिए 9 बार डेडलाइन तय की गई और नतीजा सबके सामने है। किसी तरह गोपद पुल पर टू लेन पुलिया का कार्य पूर्ण हो गया है । लेकिन अब उद्घाटन के लिए शुभ मुहूर्त का इंतजार किया जा रहा है। साथ ही टू लेंन पुल का फीता कौन काटेगा इसके लिए मुख्य अतिथि तय नहीं हो पाए हैं । किंतु अनुमान लगाया जा रहा है कि पितृ पक्ष के तुरंत बाद नवरात्र आरंभ होते ही गोपद पुलिया टू लेन पर आवागमन शुरू हो जाएगा।
पुल का कौन करेगा उद्घाटन
उद्घाटन के इंतजार में गोपद पुलिया, इसका कौन काटेगा फीता इस बात को लेकर अब चर्चाएं जोर-शोर से शुरू हो गई है। बताया जा रहा है कि जिले के प्रभारी मंत्री सम्पतिया ऊइके के साथ-साथ पंचायत एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री राधा सिंह एवं सांसद डॉ. राजेश मिश्रा की विशेष मौजूदगी रहने के लिए एमपीआरडीसी एवं जिला प्रशासन लगा हुआ है। ताकि इन्हीं नेताओं की उपस्थिति में टू लेन गोपद पुल का फीता काटकर आवागमन शुरू कर दिया जाए। फिलहाल अभी पुल के निर्माण के बाद टेस्टिंग कार्य पूर्ण कर लिया गया है।
अब श्रेय लेने के लिए मचेगी होड़
काफी जद्दोजहद एवं एक दशक बाद किसी तरह गोपद नदी पर किसी तरह पुल बनकर तैयार हो गई है। लेकिन पुल बनने के बाद भाजपा में ही श्रेय लेने की होड़ मच जाएगी। राजनीतिक पंडित बताते हैं कि अब कहीं भाजपा के नेता सामने आकर अपने प्रयासों का गुणगान खुद करेंगे । हालांकि राजनीतिक पंडितों का मानना है कि सीधी-सिंगरौली नेशनल हाईवे 39 वह ललितपुर-सिंगरौली रेलवे लाइन के लिए जितना कोशिश पूर्व सांसद रीति पाठक ने किया शायद किसी ने नही किया। यह भी माना जा रहा है कि सीधी-सिंगरौली 39 का कार्य जो धरातल पर दिख रहा है। उन्हीं के अथक प्रयास का परिणाम है । हालांकि भाजपा के नेता अपना गुणगान करते हुए श्रेय लेने के लिए हर संभव कोशिश करेंगे।