कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर दी तीन दिवसीय हड़ताल की सूचना
शाजापुर, 18 सितंबर. जबलपुर में तहसीलदार के विरूद्ध की गई एफआईआर के विरोध सहित तीन सूत्रीय मांगों को लेकर राजस्व अधिकारी तीन दिनों तक हड़ताल पर रहेंगे. इसकी सूचना बुधवार को राजस्व अधिकारियों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर दी.
राजस्व अधिकारी संघ से जुड़े तहसीलदार, नायब तहसीलदार, एसएलआर बुधवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. बुधवार को संघ से जुड़े राजस्व अधिकारियों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर अपनी हड़ताल की सूचना दी, जिसमें बताया कि विधि द्वारा स्थापित तथ्यों के विपरीत जाकर कलेक्टर और अनुविभागीय अधिकारी द्वारा कराई गई एफआईआर अपास्त कर शासन के परिपत्रों के अनुकूल कार्य किया जाए. कलेक्टर और अनुविभागीय अधिकारी की कार्यवाही अनुचित होने के कारण विधि सम्मत कार्यवाही की जाए. राजस्व अधिकारी संघ भू राजस्व संहिता में संशोधन कर वसीयत का नामांतरण प्रोवेट के उपरांत करने की व्यवस्था होने तक वसीयत आधार पर नामांतरण शासन द्वारा जारी परिपत्र के अनुसार नहीं कर सकेंगे. अधिकारियों ने बताया कि जब तक शासन जबलपुर कलेक्टर और अनुविभागीय अधिकारी द्वारा किए गए विधि विपरीत कार्यवाही पर ठोस नहीं लेता है, तब तक प्रदेश में समस्त राजस्व अधिकारी हड़ताल पर रहेंगे.हड़ताल से ये होगी परेशानी…
इनके हड़ताल पर चले जाने से राजस्व न्यायालय के काम प्रभावित होंगे. जबकि नामांतरण, बंटवारे, सीमांकन के कार्य नहीं हो सकेंगे. त्यौहारी सीजन के चलते लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति में मैदानी क्षेत्रों में तैनाती की दिक्कतें भी पेश आएंगी.
यह है मामला…
दरअसल आधारताल जबलपुर में पदस्थ रहे तहसीलदार हरिसिंह धुर्वे के खिलाफ एक निजी भूमि के राजस्व न्यायालय के नामांतरण प्रकरण में जिला प्रशासन ने एफआईआर दर्ज करवा दी है. संघ इस एफआईआर को वापस लेने की मांग कर रहा है. संघ का कहना है कि राजस्व अधिकारी राजस्व प्रकरणों में राजस्व न्यायालय के पीठासीन अधिकारी के तौर पर काम करते हैं. सरकार के 56 अन्य विभागों की योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए भी तत्पर रहते हैं. ऐसे में इस तरह की कार्रवाई से राजस्व अधिकारियों में भय का माहौल है.