जम्मू/ श्रीनगर 25 सितंबर (वार्ता) जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में बुधवार को छह जिलों के 26 निर्वाचन क्षेत्रों में अपराह्न 13.00 बजे तक औसतन 39.93 प्रतिशत मतदान हुआ।
चुनाव आयोग के मुताबिक पहले छह घंटों में आज दूसरे चरण में मतदान छह जिलों राजौरी, पुंछ, रियासी, गंदेरबल, श्रीनगर और बड़गाम में हो रहा है। गुलाबगढ़ (सुरक्षित) सीट पर सबसे अधिक 53.94 प्रतिशत मतदान हुआ और हब्बाकदल में सबसे कम 11.14 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाले। इसके अलावा बीरवाह में 40.95, बडगाम में 31.68, बुढाल (सुरक्षित) में 47.50, सेंट्रल शलटेंग में 19.14, चदूरा में 36.35, चन्नापोरा में 18.21, चरार-ए-शरीफ में 44.26, ईदगाह में 23.00, गंदेरबल में 35.80, हजरतबल में 18.70, कलाकोटे-सुंदरबनी में 46.08, कंगन (सु) में 45.00, खानसाहिब में 45.44, खानयार में 16.07, लाल चौक में 19.11, मेंढर (सु) में 46.96, नौशेरा में 45.89, पुंछ-हवेली में 51.57, राजौरी (सु) में 47.36, रियासी में 50.25, श्री माता वैष्णो देवी में 49.47, सूरनकोट (सुर) में 50.96, थन्नामंडी (सु) में 47.58, जेदीबल में 19.25 प्रतिशत औसतन मतदान हुआ।
बडगाम में उमर अब्दुल्ला का मुकाबला पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के आगा सैयद मुंतजिर से है, जो नेशनल कांफ्रेंस नेता एवं सांसद रूल्ला मेहदी के चचेरे भाई हैं। नौशेरा सीट से चुनाव लड़ रहे जम्मू-कश्मीर भाजपा प्रमुख रविंदर रैना की किस्मत का फैसला भी इसी चरण में होगा। भाजपा प्रमुख को पूर्व एमएलसी सुरिंदर चौधरी से कड़ी चुनौती मिल रही है जो नेशनल कांफ्रेंस की टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं।
अन्य प्रमुख उम्मीदवार जिनके भाग्य का फैसला दूसरे चरण में होगा, उनमें सेंट्रल-शालटेंग से कांग्रेस जम्मू-कश्मीर अध्यक्ष तारिक कर्रा, चन्नपोरा से अपनी पार्टी के प्रमुख अल्ताफ बुखारी, गंदेरबल और बीरवा से जेल में बंद मौलवी और अलगाववादी नेता सरजन अहमद वागे, खानियार से एनसी नेता अली मोहम्मद सागर, चरार-ए-शरीफ से रहीम राथर, लाल चौक से भाजपा नेता ऐजाज हुसैन, बुधल से चौधरी जुल्फिकार और सूरनकोट से सैयद मुश्ताक बुखारी शामिल हैं।
जम्मू-कश्मीर के 26 विधानसभा क्षेत्रों में 3,500 मतदान केंद्रों पर 13,000 से ज़्यादा मतदान कर्मचारी तैनात किये गये हैं। हर मतदान केंद्र पर बहु-स्तरीय सुरक्षा घेरा बनाया गया है ताकि भयमुक्त माहौल में मतदान सुनिश्चित हो सके। जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव करीब एक दशक बाद हो रहे हैं। पहला चरण 18 सितंबर को हुआ था, जिसमें 61 प्रतिशत से ज़्यादा मतदान हुआ था और आखिरी चरण का एक अक्टूबर को होना है। मतगणना आठ अक्टूबर को होगी और पूरी चुनाव प्रक्रिया 10 अक्टूबर तक संपन्न हो जायेगी।