ग्राम पंचायत नैनोंद में किसानों ने मुख्यमंत्री के नाम दिया ज्ञापन
जल्द होगा जिले में बड़ा आंदोलन
इंदौर:इंदौर विकास प्राधिकरण द्वारा पांच चरणों में बनाई जा रही अहिल्यापथ योजना को तत्काल रद्द करने की मांग को लेकर ग्राम नैनोंद से पंचायत भवन तक किसानों ने वाहन रैली निकाली और पंचायत भवन पर प्रदर्शन कर पंचायत सचिव राजेश चौहान को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौपा.प्रदर्शन का नेतृत्व संयुक्त किसान मोर्चा के बबलू जाधव ,रामस्वरूप मंत्री, शैलेंद्र पटेल, चंदन सिंह बड़वाया आदि ने किया. दिए गए ज्ञापन में कहा गया है इंदौर विकास प्राधिकरण द्वारा पांच चरणों में बनाई जा रही अहिल्यापथ योजना को तत्काल रद्द करने की मांग करते हैं.
किसानों का विरोध सड़क से नहीं है बल्कि किसानों की हजारों एकड़ जमीन जिस पर 3 से 4 फसलें उगाई जाती है उसी का विरोध है.
इंदौर विकास प्राधिकरण पूरी तरह से भूमाफिया के रोल में है और योजना के नाम पर जरूरत से कई गुना ज्यादा तक जमीन अधिग्रहित कर रहा है जो खेती के लिए और किसानों के लिए नुकसानदायक है, अतः हमारीमांग है कि यदि सड़क बनाने के लिए भूमि की जरूरत है तो जितनी जमीन सड़क के लिए जरूरी है वही अधिकृत की जाए, साथ ही जमीन का भूमि अधिग्रहण अधिनियम के नियमों के अनुसार चार गुना बाजार भाव से मुआवजा दिया जाए. प्रदर्शनकारियों प्रमुख रूप से जसवंत सिंह , सोहन सिंह, दिलीप सिंह राकेश मकवाना, राजेश सिंह, अर्पित सिंह , हितेंद्र सिंह ठाकुर ,संदीप सिसोदिया, संजय सिंह, अर्जुन सिसोदिया,अजय परमार ,सचिन पटेल, राजकुमार सिसोदिया , नितेश सिसोदिया ,अमित सिसोदिया ,धीरज पटेल आदि शामिल थे.
मास्टर प्लान की पुरानी सड़कें भी सालों से अधूरी
मास्टर प्लान में सड़कों को प्रस्तावित किए जाने के बाद आईडीए द्वारा उसे पूरा किया जाता है. मेजर रोड (एमआर रोड) की बात की जाए तो अधिकारियों के द्वारा हर पखवाड़े निरीक्षण कर लिया जाता है, लेकिन पूरी एक भी नहीं हो रही है. आउटर व पश्चिमी रिंग रोड भी पिछले बजट में पारित किया था, लेकिन किसान इसके लिए भी जमीन देने को तैयार नहीं है. एमआर-3, 11, आरई-2 सहित ऐसी सड़कें जो बरसों से अधूरी पड़ी हैं. अब आईडीए ने अहिल्या पथ का बीड़ा उठा लिया है। नायता मुंडला में आईएसबीटी बनकर तैयार है, लेकिन यहां एप्रोच रोड नहीं बन पा रही है। एमआर-11 के लिए भी दर्जनों निरीक्षण हो चुके हैं.
पुराने प्रोजेक्ट, जो अब तक पूरे नहीं हुए
आईडीए ने पहले से ही 1 से 10 तक टाउन एंड प्लानिंग स्कीम घोषित कर रखी हैं. इनमें विकास कार्य चल रहे। सब इंजीनियर, कार्यपालन इंजीनियर की पहले से कमी है। वहीं स्टार्टअप कॉम्प्लेक्स, कन्वेंशन सेंटर, चार निर्माणाधीन ब्रिज सहित पुरानी योजनाओं में भी काफी काम बाकी है. ऐसे में अहिल्या पथ के रूप में नया क्षेत्र खोल देने से आईडीए इंजीनियर्स पर और भार आ जाएगा.