महापौर के आह्वान पर शहर ने मनाया नो कार डे
ओपन एयर कैनवास, नुक्कड़ नाटक से किया नागरिकों को जागरूक
इंदौर:महापौर के आह्वान पर रविवार को शहर ने नो कार डे मनाया गया. महापौर, निगमायुक्त, जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने साइकल और ईवी की सवारी की. रविवार को शहर की सड़कों पर 30 प्रतिशत कम कारें दौड़ी.महापौर पुष्यमित्र भार्गव नो कार डे कार्ड के अवसर पर शिवाजी वाटिका पर आयोजित ओपन एयर कैनवास कार्यक्रम के पश्चात शिवाजी वाटिका गीता भवन चौराहा होते हुए पलासिया चौराहा पर साइकिल से पहुंचे. उनके साथ महापौर परिषद सदस्य राजेंद्र राठौड़, अभिषेक शर्मा बबलू, नंदकिशोर पहाड़िया, निरंजन सिंह चौहान, पार्षद प्रतिनिधि विजय गौहर एवं अन्य भी पर्यावरण संरक्षण को दृष्टिगत रखते हुए साइकिल से पलासिया चौराहा पहुंचे.
निगम आयुक्त शिवम वर्मा भी अपने निवास रेडियो कॉलोनी से जीपीओ चौराहा तक साइकिल से पहुंचे. इसके बाद, उन्होंने स्मार्ट सिटी सीईओ दिव्यांक सिंह के साथ जीपीओ चौराहा से सिटी बस का उपयोग किया और सिटी बस ऑफिस पहुंचे. महापौर के आह्वान पर नो कार डे के अवसर पर नागरिकों की सुविधा को देखते हुए नगर निगम एवं एआईसीटीएसएल द्वारा बीआरटीएस के मार्ग पर ई-रिक्शा, माय बाइक और पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सुविधा उपलब्ध रही.
कारों का उपयोग कम करेंः महापौर
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा इंदौर की सड़कों पर ट्रैफिक समस्या को हल करने और भविष्य के इंदौर को एक बेहतर ट्रैफिक व्यवस्था प्रदान करने के लिए जरूरी है कि लोग कारों का उपयोग कम करें और पब्लिक ट्रांसपोर्ट, ई-रिक्शा, साइकिल, और टू-व्हीलर के उपयोग को बढ़ावा दें. उन्होंने कहा कि कार पूलिंग से भी ट्रैफिक समस्या कम की जा सकती है. महापौर ने बताया कि इंदौर में पिछले वर्ष से शुरू की गई एक पहल को लोगों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है और इस वर्ष भी इंदौर उत्साहपूर्वक सड़कों पर कार मुक्त दिवस मना रहा है.
कलेक्टर दो पहिया वाहन से कार्यालय पहुंचे
कलेक्टर आशीष सिंह ने इलेक्ट्रीक दो पहिया वाहन पर यात्रा करते हुये आमजन को प्रोत्साहित किया. कलेक्टर दो पहिया वाहन पर कलेक्ट्रेट पहुँचे। यातायात नियमों का पालन करते हुये तथा हेलमेट पहन कर कलेक्टर बंगले से कलेक्टर कार्यालय पहुँचे.कलेक्टर को दो पहिया वाहन पर यात्रा करते हुये देखने पर कई लोगों ने उनकी फोटो भी ली.
विभिन्न गतिविधियां आयोजित की
लोग लोक परिवहन वाहनों का अधिक से अधिक उपयोग करें, इसके लिए शहर के मध्य क्षेत्र एवं प्रमुख मार्गों पर, विशेषकर बीआरटीएस पर विभिन्न स्थानों पर नो कार डे के तहत विविध गतिविधियाँ आयोजित की गई. इसमें नवलखा चौराहा पर बैंड एवं नुक्कड़ नाटक, शिवाजी वाटिका पर ओपन आर्ट कैनवास, साइकिल राइड पलासिया चौराहा पर नुक्कड़ नाटक, एलआईजी चौराहा पर फ्लैश मॉब, एमआर 9 चौराहा पर बैंड एवं नुक्कड़ नाटक, रसोमा चौराहा और विजयनगर चौराहा पर बैंड एवं नुक्कड़ नाटक जैसी गतिविधियाँ संपन्न हुई.
औसत 30 प्रतिशत कारें कम दौड़ी
नगर निगम के महापौर के आह्वान पर शहर में नो कार डे रखा गया था. पूरे शहर में रोज के अनुमान से औसत 30 प्रतिशत कारें सड़कों पर काम निकाली है। पिछली बार शहर यह आंकड़ा 15 प्रतिशत था। इस बार दो गुना हो गया , इसको सफल बनाने में शहर के नागरिकों का सहयोग महत्वपूर्ण रहा है.पिछले रविवार के मुकाबले इस रविवार को शहर के 13 चौराहे पर ट्रैफिक कैमरा की मॉनिटरिंग के हिसाब से अधिकतम 60 प्रतिशत और न्यूनतम 25 प्रतिशत कारें सड़कों पर कम दिखी है.
यह आंकलन सुबह 7 बजे से शाम 5 तक किया गया है। सबसे अधिक कारे कम निकड़ले का आंकड़ा लेंटूर्न चौराहे का है , जहां 66 प्रतिशत कारें पिछले रविवार के मुकाबले सड़कों पर कम निकली है. उक्त सभी तेरह चौराहे का आंकलन करने में औसत 54 प्रतिशत कारें आज नो कार डे में सड़कों पर कम नजर आई है. पूरे शहर में 30 प्रतिशत कारों की कमी सड़कों पर देख गई है. महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने नो कार डे की सफलता के लिए शहर नागरिकों का आभार व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि पिछले साल से दो गुना कारे कम निकलना, जनता के शहर के पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा में सहयोग है. मुझे नागरिकों से अपेक्षा थी, उससे ज्यादा सहयोग मिला है.