० शहर के किनारे चार वर्षों से मौसम की मार झेल रहे व्यवसायी, जोरौंधा में बनाई गई है नवीन फल-सब्जी मंडी
नवभारत न्यूज
सीधी 21 सितम्बर। शहर में आखिर नवीन थोक फल-सब्जी मंडी का संचालन कब होगा यह बड़ा सवाल बना हुआ है। मंडी बनकर तैयार है लेकिन व्यवस्थाओं की कमी बताकर अब भी कारोबारी सडक़ के किनारे खुले में अपना व्यवसाय संचालित कर रहे हैं। ऐसे में उन्हें चार वर्षों से मौसम की मार भी झेलनी पड़ रही है।
बताते चलें कि कोरोना काल के पहले शहर के मुख्य सब्जी मंडी संजीवनी पालिका बाजार में ही थोक फल-सब्जी मंडी का संचालन हो रहा था। कोरोना काल में भीड़-भाड़ रोकने के लिये थोक मंडी को आरंभ में संजय गांधी कालेज के खेल मैदान में स्थानांतरित किया गया फिर वहां से पडऱा बाईपास के किनारे एकांत में स्थानांतरित कर दिया गया। करीब 4 साल से बिना किसी सुविधाओं के सडक़ के किनारे थोक फल-सब्जी कारोबारी अपना व्यवसाय करने के लिये मजबूरी हैं। कड़ाके की धूप में जहां उन्हें भारी असुविधाओं का सामना करना पड़ता है वहीं बरसात के दिनों में प्लास्टिक की पन्नी के नीचे भीगते हुये अपना कारोबार करना पड़त रहा है। बाईपास मार्ग के किनारे जहां थोक फल एवं सब्जी का कारोबार हो रहा है वहां बारिश के दौरान कीचड़ ही कीचड़ नजर आता है। कीचड़ के बीच ही व्यवसायी सुबह से अपना कारोबार संचालित कर रहे हैं।
चर्चा के दौरान थोक फल-सब्जी मंडी के कुछ पदाधिकारियों का कहना था कि उनके द्वारा नवीन मंडी की व्यवस्था को लेकर कई सालों से जिम्मेदार अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन दिया जा रहा है। जिस पर उन्हें आश्वासन तो मिल रहा है लेकिन सर्वसुविधायुक्त मंडी नहीं मिल पा रही है। शहर से दूर जोरौंधा में नवीन थोक फल-सब्जी मंडी का निर्माण कार्य नगर पालिका सीधी द्वारा कराया गया है। यहां शेड के अलावा अन्य कोई सुविधाएं नहीं हैं। ऐसे में थोक कारोबारी अपना सामान कहां रखेंगे और सुरक्षा कैसे होगी इसका भी कोई इंतजाम नहीं है। व्यवसायी चाहते हैं कि उन्हें संबंधित स्थान में आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करायी जाय जिससे वह जल्द से जल्द अपना कारोबार संचालित कर सकें।
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इनका कहना है
4 साल से सब्जी मंडी के व्यापारी और किसान खुले में व्यापार करने को मजबूर हैं। मार्च 2022 में 8 दिवसीय हड़ताल के बाद जो जो बजट और स्थान मिला था वह भी कार्य भी पूरा नहीं हो पाया है और आगे के कार्य के लिए भी कोई भी बजट नहीं मिला है। सांसद, विधायक और कलेक्टर विषय में कई बार चर्चा कर ज्ञापन सौंपा गया है, उनके द्वारा आश्वासन दिया गया है।
अमित गुप्ता गुड्डू, अध्यक्ष, सब्जी-फल मंडी एसोसिएशन सीधी
शहर के बाहर निर्जन स्थान में थोक सब्जी एवं फल मंडी का संचालन बिना सुविधाओं के किया जा रहा है। यहां व्यवसायी मौसम की मार 4 वर्षों से झेलते हुये त्रस्त हो चुके हैं लेकिन उन्हें व्यवस्थित ठिकाना अभी तक नहीं मिला।
दीपू गुप्ता, सचिव
सब्जी फल मंडी एसोसिएशन सीधी
कोरोना काल के समय से थोक फल एवं सब्जी विक्रेताओं की शहर में लगातार फजीहत हो रही है। कई बार जगह बदला गया, फिर भी अभी तक स्थाई ठिकाना नहीं मिल सका। ऐसे स्थान में कारोबार हो रहा है जहां सुविधा नही है।
मुन्नू जायसवाल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष
सब्जी फल मंडी एसोसिएशन सीधी
शहर में स्थाई ठिकाने के लिये फल एवं सब्जी के थोक कारोबारियों द्वारा धरना प्रदर्शन के साथ ही जिम्मेदार अधिकारियों को कई बार ज्ञापन सौंपा गया। जिसके बाद थोक मंडी का निर्माण जोरौंधा में सालों बाद भी पूरा नहीं हो सका है।
राजेश कुशवाहा, कोषाध्यक्ष
सब्जी फल मंडी एसोसिएशन सीधी
शहर में अभी तक थोक फल एवं सब्जी मंडी का अभाव बना हुआ है। मंडी का कार्य पूरा हो जाय इसका इंतजार करते हुये चार वर्षों से कारोबारी बाईपास मड़रिया में सडक़ के किनारे बिना किसी सुविधा के अपना व्यवसाय कर रहे हैं।
मो.इलियास खान, वरिष्ठ उपाध्यक्ष
सब्जी फल मंडी एसोसिएशन सीधी
शहर के जोरौंधा में नवीन थोक फल-सब्जी मंडी का निर्माण कार्य पूर्व में स्वीकृत डीपीआरके अनुसार पूर्ण हो चुका है। संघ के अध्यक्ष ने मुलाकात कर कुछ अपनी नई मांग सामने रखी हैं। इनमें शेड स्थल के समीप स्टोरेज और शौंचालय, बाउंड्रीवाल बनाने की मांग रखी है। नवीन मंडी स्थल नगरीय निकाय क्षेत्र से बाहर है और वहां निकाय के पास इन मांगों को पूर्ण करने के लिये आवश्यक सुविधा नहीं है। हमने आश्वस्त किया है कि इस मांग को नगर पालिका परिषद की सभा में रखने के साथ ही नये कार्यों के लिये डीपीआर तैयार किया जायेगा। शासन से आवश्यक बजट मिलने के बाद ही यह पूर्ण हो पायेंगी। हमने अध्यक्ष से रिक्वेस्ट किया है कि मंडी में सभी व्यवसायी आकर कार्य शुरू करें अन्यथा यह क्षतिग्रस्त होना शुरू हो जायेगी।
श्रीमती मिनी अग्रवाल, सीएमओ, नगर पालिका परिषद सीधी
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