हाथों की नस काटकर फ्रीज में रखा खून, पिता की वजह से तनाव में था परिवार
उज्जैन। सैफी मोहल्ला में मिली भाई-बहन की लाश के मामले में परिवार की दर्दनाक दास्तां सामने आई है। भाई बहन ने मां के सामने मौत को गले लगाया था। हाथों की नस काटने के बाद मां ने खून एकत्रित कर फ्रीज में रखा था। बेटे की इच्छा थी कि पिता के आने पर उन्हें खून दिखाया जाए। भाई बहन की मौत के मामले में पुलिस ने माता-पिता को आरोपी बनाया है।
जीवाजीगंज थाना क्षेत्र के सैफी मोहल्ला में 29 मार्च की शाम मकान के कमरे से ताहेर हुसैन और उसकी बहन जाहरा की लाश पुलिस में बरामद की थी। दोनों के हाथ की नस कटी हुई थी और सल्फास के साथ सुसाइड नोट बरामद हुआ था। घटनास्थल पर खून नहीं मिला था। मामला संदिग्ध होने पर जांच शुरू की गई। तीन दिन बाद पुलिस ने भाई बहन की मौत के पीछे का सच तलाश लिया जो एक परिवार की दर्द भरी दास्तां के रूप में सामने आया। मृतक भाई बहन के पिता सादिक हुसैन 20 सालों से कुवैत में थे। मां फातिमा निजी स्कूलों में शिक्षिका है। पुत्र ताहेर को बचपन से ही आंखों की गंभीर बीमारी थी।
पिता के 2003 में कुवैत चले जाने बेटे का उपचार नहीं कर पाने के चलते वह तनाव में आ गया था। बहन जाहरा का भाई से काफी लगाव था। भाई की परेशानी देख वह भी डिप्रेशन में रहने लगी थी। दोनों को देख मां भी परेशान रहने लगी थी तीनों ने पिता सादिक को वापस बुलाने के प्रयास किया लेकिन उसने साफ कह दिया कि कर्ज बहुत हो गया है मुझसे ज्यादा उम्मीद मत रखना।
यह बात सुनकर बेटे ने आत्महत्या का निर्णय ले लिया बहन भी उसकी मर्जी में शामिल हो गई। दोनों ने मां के सामने आत्महत्या की योजना तैयार की। मां फातिमा भी बच्चों के साथ जान देना चाहती थी लेकिन बेटे ने मनाकर दिया। उसने कहा कि मां हमारा खून पिता को दिखाने के लिए तुझे जिंदा रहना होगा। इसके बाद दोनों भाई बहन ने अपने हाथों की नस काट ली और उनका बहता खून मां ने एक कटोरा में एकत्रित किया जिसे पिता को दिखाने के लिए फ्रीज में रखा गया। नस काटने पर भी दोनों भाई बहन की मौत नहीं हुई तो उन्होंने मां से मंगवाई सल्फास सल्फास की गोलियां खाली। लेकिन खून अधिक बहाने से उनकी मौत हो गई। जांच में आए तथ्यों के बाद पुलिस ने मामले में माता-पिता को धारा 306, 305 में गिरफ्तार कर लिया है।
पिता के नाम लिखा था सुसाइड नोट
पुलिस जांच के दौरान घटना स्थल से सुसाइड नोट मिला था जिस बेटे ने पिता के नाम लिखा था। उसमें अपनी आंखों की बीमारी का उपचार नहीं कराने और और वापस नहीं आने का उल्लेख था। पुलिस को घटनास्थल के कमरे से एक नोटबुक भी मिली थी जिसमें परिवार से जुड़ी कई बातें बेटे द्वारा लिखी गई। जहां दोनों भाई बहन में मां के सामने सुसाइड किया वहीं पिता की उनके प्रति अनदेखी को देखते हुए पुलिस ने दोनों को आरोपी बनाया है।
सबसे पहले खाई थी नींद की गोलियां
पुलिस जांच के दौरान इस बात की जानकारी भी सामने आई थी सबसे पहले भाई बहन ने नींद की गोलियां खाई थी और अपनी मां को स्कूल भेज दिया था। जब शाम को मां बच्चों को पढक़र स्कूल से लौटी तो दोनों को कुछ नहीं हुआ था उसके बाद उन्होंने मां के सामने हाथ की नस काटी बाद में सल्फास की गोलियां खाली। सल्फास की गोलियां असर करती उससे पहले ही नस काटने पर उनकी मौत हो चुकी थी।
इनका कहना
बच्चों के प्रति पिता की अनदेखी और मां को बच्चों के सुसाइड करने का पता होने पर भी उन्हें नहीं रोक पाने के चलते दोनों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर गिरफ्तार किया गया है जिन्हें न्यायालय में पेश किया जाएगा।
-प्रदीप शर्मा एसपी