प्रबंध निदेशक ने किसानों की मदद करने के दिए निर्देस
इंदौर: बिजली आपूर्ति और समय पर नियमानुसार बिजली बिलों के माध्यम से राजस्व संग्रहण ऊर्जा विभाग एवं कंपनी की प्राथमिकता है। इसकों लेकर बिजली वितरण कंपनी के सभी इंजीनियर गंभीरता रखें। रबी सीजन का मुख्य दौर चल रहा है, किसानों की हर संभव मदद की जाए। कही कोई परेशानी हो तो समय पर निदान किया जाए।मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर के प्रबंध निदेशक श्री अमित तोमर ने ये निर्देश दिए। वे बुधवार को सभी 15 जिलों के बिजली इंजीनियरों, अधिकारियों की वीडियो कॉन्फ्रेंस से मिटिंग ले रहे थे।
उन्होंने कहा कि देयकों का समय पर भुगतान प्राप्त किए जाए, किसानों के अंशदान(एफआरटी) पर फोकस रहे, जहां स्थाई कनेक्शन नहीं वहां सिंचाई के लिए अस्थाई कनेक्शन दिए जाए, जिन किसानों ने पहले की तुलना में ज्यादा हार्स पॉवर की मोटर लगा ली है, उनके कनेक्शन में भार वृद्धि दर्ज की जाए। श्री तोमर ने कहा कि पंपों का जीआईएस आधारित सर्वेक्षण भी समय पर पूर्ण किया जाए। उन्होंने सिंचाई के लिए प्रतिदिन दस घंटे गुणवत्ता के साथ बिजली आपूर्ति के निर्देश दिए।
प्रबंध निदेशक श्री तोमर ने निर्देश दिए कि नगर पालिका और नगर निगम वाले शहरों में बिलिंग एफिशिएंसी किसी भी सूरत में 95 फीसदी से कम नहीं हो, जहां कम है, वहां अगले दो माह में रिकॉर्ड सुधारा जाए। प्रबंध निदेशक ने उपभोक्ताओं को सही बिल देने एवं प्रत्येक उपभोक्ता से हर माह बिल में दर्ज राशि वसूलने के को कहा। इस अवसर पर कार्यपालक निदेशक मनोज झंवर, श्री संजय मोहासे, मुख्य अभियंता एसएल करवाड़िया, पुनीत दुबे, बीएल चौहान , शहर अधीक्षण यंत्री मनोज शर्मा, इंदौर ग्रामीण अधीक्षण यंत्री डीएन शर्मा आदि ने भी विचार ऱखे।