नयी दिल्ली, 16 सितंबर (वार्ता) कोरियाई सांस्कृतिक केन्द्र, भारत ने ‘चूसोक’ त्योहार मनाने के लिये यहां पांरपरिक कोरियाई मिठाई ‘सोंगपयोन’ बनाने की एक कार्यशाला आयोजित की जिसमें प्रशिक्षकों के निर्देशन में 100 कोरियाई भाषा के विद्यार्थियों ने हाथ आजमाये।
केन्द्र की सोमवार को जारी विज्ञप्ति के अनुसार यह मिठाई भारतीय गुझिया जैसी होती है। कार्यशाला में सोंगपयोन को प्राकृतिक सामग्रियों से तीन रंगों में बनाया गया। इसका उद्देश्य भारतीय और कोरियाई संस्कृति की समानताओं को दिखाना और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देना था।
सोंगपयोन एक पारंपरिक कोरियाई मिठाई है, जो चूसोक त्योहार का प्रतीक है। यह मिठाई भारतीय गुझिया जैसी होती है, जो विशेष तौर पर होली पर बनायी जाती है। कार्यशाला में 11 कोरियाई कर्मचारियों और कोरियाई भाषा प्रशिक्षकों के साथ-साथ 100 कोरियाई भाषा के विद्यार्थियों को तीन अलग-अलग रंगों में सोंगपयोन बनाने का मौका मिला।
कार्यशाला में चूसोक के रीति-रिवाजों को समझने का अवसर मिला। विद्यार्थियों को इस दौरान तीन रंगों वाला सोंगपयोन बनाने के साथ पारंपरिक खेलों और अन्य कार्यक्रमों में भाग लेने का भी मौका मिला।
कोरिया में चूसोक तीन प्रमुख मौसमी त्योहारों में से एक है, जिसे खेती के मौसम के अंत में मनाया जाता है, इस दौरान मेहमानों को नये चावल और ताजे फलों से बने सोंगपयोन परोसी जाती है। साथ ही लोग अंधेरी रात में साल के सबसे चमकीले पूर्णिमा चंद्रमा को देखते हैं और परिवार के साथ की मनोकामनायें करते हैं।
चूसोक त्योहार की कुछ प्रथायें भारत के त्योहार बैसाखी, माघ बिहू, पोंगल आदि से मिलती है, जहां परिवार के सदस्य एक साथ होते हैं, माता-पिता और अपने करीबियों के साथ घनिष्ठ पारिवारिक बंधन साझा करते हैं। इस दौरान खाद्य पदार्थों और मिठाइयों का आदान-प्रदान भी होता है ।
केंद्र के निदेशक ह्वांग इल योंग ने इस मौके पर कहा, “हमने इस कार्यक्रम की योजना कोरिया और भारत के बीच सांस्कृतिक समानतायें खोजने और ‘चूसोक’ का महत्व बताने के लिये बनाई है। भारत और कोरिया के लगभग 100 सदस्यों को खुशी-खुशी सोंगपयोन बनाते देखकर मुझे कोरियाई कहावत याद आई, ‘यह हमेशा चूसोक’ की तरह हो, न अधिक, न कम।’
उन्होंने कहा कि केंद्र विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों की मेजबानी करता रहेगा और सांस्कृतिक एकजुटता बढ़ाने के लिये अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करेगा।
इस कार्यक्रम में पहली बार सोंगपयोन बनाने वाली छात्रा मानसी त्यागी ने कहा, “भारत में जैसे त्योहारों पर हम मिठाइयां बनाते हैं और परिवार के साथ साझा करते हैं। इसी तरह, चूसोक पर हमने सोंगपयोन बनाना सीखा। यह आसान था, क्योंकि इसकी सामग्री और विधि होली पर गुझिया बनाने जैसी थी। मैं रंग-बिरंगे सोंगपयोन को अपने परिवार के साथ साझा करना चाहूंगी। ”