विंध्यनगर पुलिस ने एक युवक के यहां दबिश देकर 38 हजार 4 सौं के नकली नोट, प्रिंन्टर, लैपटॉप व कागज किया बरामद
सिंगरौली : विन्ध्यनगर पुलिस को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। दरअसल पुलिस ने एक शख्स को 38 हजार 4 सौं रूपए के नकली नोटों के साथ गिरफ्तार किया है। आरोपी ने घर में ये नकली नोट खुद ही बनाने का कारोबार कर रहा था। इस सनसनी खेज प्रकरण के मामले में पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सभागार में पत्रकारों को जानकारी देते हुये एसपी निवेदिता गुप्ता ने बताया कि विन्ध्यनगर थाना प्रभारी अर्चना द्विवेदी को इस बात की जानकारी मिली कि क्षेत्र में एक व्यक्ति नकली नोट खपाने का प्रयास कर रहा है। जिसकी सूचना पर एक टीम तैयार कर सिविल ड्रेस में बाजार में तैनात किया गया।
इसी बीच खबर आई की ढ़ोटी गांव में एक युवक नकली नोट की खेप पहुंचाने वाला है। जहां बताई गई जगह पर पुलिस ने एक संदिग्ध युवक को पकड़ा और उसकी तलाशी तों उसके पास 100 एवं 200 के नकली नोट मिले। पुलिस ने आरोपी से पूछतांछ की तो उसने अपना नाम चिन्टू उर्फ दिनेश साकेत उम्र 25 वर्ष निवासी बनौली खुटार का है। पुलिस के पूछतांछ में आरोपी ने बताया कि वह घर में ही प्रिंटर से नकली नोट प्रिंट कर बाजार में प्रचलन में ला रहा था। एसपी ने आगे बताया कि विंध्यनगर पुलिस के कार्रवाई के दौरान आरोपी के घर से 38 हजार 4 सौं रुपये के नकली नोट बरामद किए गए हैं। वहीं पुलिस ने आरोपी के घर से कलर प्रिंटर, लैपटॉप, कागज एवं नकली नोट तैयार करने के अन्य उपकरण बरामद किया। आरोपी इन नकली नोटों को बाजार में चलाने के फिराक में था। वहीं आरोपी ने बताया कि उसने 50 रूपए के जो नोट बनाएं थें। उसे वह छोटे दुकानदारों को देखकर सामान ले चुका है। वहीं अब पुलिस आरोपी से जानकारी जुटा रही है कि आखिर अभी तक बाजार में वह कितने रुपए के नोटों को कहां-कहां खपा चुका है। उक्त कार्रवाई में निरीक्षक अर्चना द्विवदी, उनि संदीप नामदेव, शीतला यादव, सुधाकर सिंह, चौकी प्रभारी खुटार सउनि सुनील दुबे, प्रआर पंकज सिंह, हेमराज पटेल, नितिन गौतम, रामनिरंजन बैस, चौकी खुटार से प्रआर राय सिंह, कुलदीप शर्मा, आर प्रदीप सिंह व गौरव यादव, रानू सिंह की सराहनीय भूमिका रही।
युट्यूब से सीखकर बनाया प्लान
एसपी के अनुसार 25 साल के दिनेश साकेत उर्फ चिंटू ने युट्यूब पर मौजूद वीडियों से सीखकर नकली नोट छापना शुरू किया। वह सिर्फ 12वीं पास है। वह आगे की पढ़ाई नहीं की। लेकिन जल्द से जल्द रईस बनने के सपने देखता था। इसलिए उसने इंटरनेट और युट्यूब पर कुछ वीडियो खंगाले और नकली नोट छापने के लिए एक सेटअप तैयार कर लिया। उसकी प्लानिंग कम मूल्य के नकली नोट छापने की थी। ताकि वो पकड़ा ना जाए।
पॉच सौ, दो सौ , एक सौ एवं पचास का बनाया नोट
विंध्यनगर पुलिस के दबिश के दौरान आरोपी के घर से 500 के चार, 100 के 110, 200 के 127 नकली नोट भी बरामद किए गए। आरोपी ने 50 रूपए के नकली नोटों को छोटे दुकानदारों को देकर सामान खरीदता था। क्योंकि नोट कम मूल्य के थे, इसलिए लोग चेक कम करते थे। ऐसे में दुकानदारों को इस बात का पता ही नहीं चल पाता कि कोई उन्हें नकली नोट थमा कर चला गया है।