नवभारत प्रतिनिधि
भोपाल, 9 सितंबर. मध्य प्रदेश में उच्च शिक्षा विभाग के भीतर अतंर्गत सरकारी कॉलेज में परीक्षाओं के दौरान प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर बिना किसी सूचना के गायब रहे, जिसके चलते दोनों को निलंबित कर दिया गया है। निलंबन की अवधि में दोनों को नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता की पात्रता होगी। इस संबंध में आदेश जारी किया गया है।
इस क्रम में नरसिंहपुर के गोटेगांव शासकीय कॉलेज के प्रचार्य बीडी कोष्टी और असिस्टेंट प्रोफेसर महेश जायसवाल पर निलंबन की गाज गिरी है। दोनों ही सरकारी कॉलेज में परीक्षाओं के दौरान बिना किसी सूचना के गायब रहे, जिसके चलते सस्पेंड की कार्रवाई की गई है। स्वास्थ्य का हवाला देकर प्राचार्य बीडी कोष्टी ने विभाग को सूचना दिए बिना अन्नपूर्णा कोष्ठी को प्रभारी बनाया था। उल्लेखनीय है कि प्राचार्य और असिस्टेंट प्रोफेसर नरसिंहपुर के गोटेगांव में सरकारी कॉलेज में पदस्थ थे।