सियासत
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी राहुल गांधी की तरह मध्य प्रदेश में जातीय जनगणना को एक बड़ा मुद्दा बनाने जा रहे हैं. इसके लिए जीतू पटवारी के नेतृत्व में कांग्रेस बड़ी तैयारी कर रही है. दरअसल, इन दिनों देश भर में जातिगत जनगणना को लेकर बहस छिड़ी हुई है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी देशभर में जातिगत जनगणना करने को लेकर लगातार आवाज उठा रहे हैं. वही मध्य प्रदेश में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, पीसीसी चीफ जीतू पटवारी से लेकर कई बड़े नेता राहुल गांधी की इस मुहिम में लगातार साथ देते नजर आ रहे हैं. मध्य प्रदेश में जातिगत जनगणना को लेकर गांव गांव घर-घर तक जाने की तैयारी तेज हो गई है. दरअसल मप्र कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग द्वारा प्रदेश भर में ‘संविधान वाचन एवं जातिगत जनगणना संकल्प अभियान’ चलाया जाएगा. देश डॉ. भीमराव अंबेडकर के बनाये संविधान से चलेगा, सत्ता के चाबुक से नहीं.
राहुल गांधी की संकल्पना से प्रेरित होकर कांग्रेस के अनुसूचित जाति विभाग द्वारा प्रदेश व्यापी संविधान वाचन और जातिगत जनगणना संकल्प अभियान चलाया जायेगा। कांग्रेस का कहना है कि प्रदेश सरकार संविधान का उल्लंघन कर तानाशाही मानसिकता को अपनाकर प्रदेश में अराजकता का माहौल निर्मित कर रही है. अनुसूचित जाति-जनजाति और अल्पसंख्यक वर्ग पर अत्याचारों का दमन चक्र चल रहा है. प्रदेश में दलित, आदिवासी और पिछड़ा वर्ग में संविधान की जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से संविधान वाचन कार्यक्रम चलाया जायेगा और पोलिंग स्तर तक संविधान रक्षक बनाये जायेंगे.
राहुल गांधी ने पिछले 2 वर्षों में बार-बार कहा है कि भारत के सभी वर्गों में आर्थिक समर्थ्य एवं संसाधनों के उचित वितरण के लिए जातिगत जनगणना बहुत आवश्यक है, क्योंकि जातिगत जनगणना से ही सामाजिक न्याय सुनिश्चित होगा. प्रदेश कांग्रेस राहुल गांधी की सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण की भावना को जन-जन तक पहुंचाने के लिए जाति जनगणना महाअभियान की शुरूआत प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के मुख्य आतिथ्य में इसी माह से प्रारंभ करेगी. पीसीसी ने कार्यक्रम को सुचारू रूप से संचालित और संपन्न कराने के लिए कार्यक्रम समिति का गठन किया गया है, समिति में हेमंत नरवरिया, डॉ. विक्रम चौधरी, मुकेश बंसल, किरन अहिरवार, भगरीलाल जाटव, राजेन्द्र मालवीय, गुरूचरण खरे, नितेश नरवले, रमेश चंद्र बकोरिया, रंजीत गोहर, कुणाल गजभिये, कुलदीप मगरैया और संदीप चढ़ार को शामिल किया गया है। समिति के सदस्य प्रदेश के अनुसूचित जाति विभाग के पदाधिकारियों, जिला अध्यक्षों से समन्वय स्थापित कर कार्यक्रम को व्यापक और प्रभावी बनाने के लिए अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करेंगे.