चौबीस घंटे के अंदर बच्चो की हुई मौत से अस्पताल में हडकम्प

विभागाध्यक्ष ने कहा पांच मौते नही हुई, अस्पताल प्रबंधन ने बताई सच्चाई, आज एक मौत की पुष्टि

नवभारत न्यूज

रीवा, 3 सितम्बर, संजय गांधी एवं गांधी मेमोरियल अस्पताल की चिकित्सा व्यवस्था पटरी से उतरती जा रही है. चरमरा रही स्वास्थ्य व्यवस्था का नुकसान मरीजो को उठाना पड़ रहा है. 24 घंटे के अंदर गांधी मेमोरियल अस्पताल में पांच मासूम बच्चो की मौत से हडकम्प मच गया. हालाकि अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि पांच मौते नही हुई है. जबकि संजय गांधी अस्पताल के अधीक्षक का कहना है कि रीवा बहुत बड़ा सेंटर है, यहां कई तरह के मरीज आते है, तीन-चार मौते स्वभाविक है.

जानकारी के मुताबिक इस समय वायरल फीवर तेजी से फैल रहा है और अस्पताल में मरीज भर्ती हो रहे है, खासकर बच्च्चे, गांधी मेमोरियल अस्पताल में बच्चा वार्ड है. यहां रीवा संभाग, शहडोल संभाग और पन्ना-छतरपुर से भी मरीज आते है. पिछले 24 घंटे के अंदर पांच बच्चो के मौत की खबर के बाद अस्पताल प्रबंधन के होश उड़ गये. मीडिया में खबर चली कि पांच बच्चो की मौत हो गई और यह खबर मुख्यालय भोपाल तक पहुंची. जिसके बाद अस्पताल प्रबंधन सफाई देने सामने आया और कहा कि पांच मौते नही हुई है, यह निराधार है. अस्पताल से जुड़े सूत्रो ने बताया कि 2 सितम्बर को तीन मौत हुई थी, जबकि मंगलवार को एक मासूम की उपचार के दौरान मौत हो गई. परिजन लापरवाही का आरोप लगा रहे है. दरअसल संजय गांधी एवं गांधी मेमोरियल अस्पताल में वरिष्ठ चिकित्सक ध्यान नही देते, जूनियर डाक्टर ही यहा सब कुछ देखते है. यह कोई नया मामला नही है, इसके पहले भी अस्पताल प्रबंधन पर आरोप लगते रहे है. अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि पांच मौते नही हुई है. इस संबंध में शिशु रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डा0 नरेश बजाज ने बताया कि एक महीने के अंदर 700 बच्चे भर्ती हुए है जिसमें 34 की मौत हुई है और 24 घंटे के अंदर पांच मौत नही हुई है. 2 सितम्बर को एक 7 साल के बच्चे की मौत हुई है जो 30 अगस्त को सतना से रेफर होकर आया था. उसे जन्मजात दिल की बीमारी सहित उसका लीवर फेल था, जिससे उसकी मौत हो गई और दो बच्चे मृत अवस्था में लाये गये थे. जबकि आज मंगलवार को केवल एक मासूम की मौत हुई है.

तीन-चार मौत स्वभाविक है: अधीक्षक

संजय गांधी चिकित्सालय के अधीक्षक डा0 राहुल मिश्रा से जब 24 घंटे में पांच मौतो के बारे में पूंछा गया तो उन्होने कहा कि पांच बच्चो की मौत नही हुई और न ही किसी तरह की लापरवाही बरती गई. स्वभाविक मौत बच्चो की हुई है, केवल एक बच्चे की मौत मंगलवार को हुई है और रीवा क्षेत्रीय अस्पताल है यहां रीवा, शहडोल संभाग के अलावा पन्ना, छतरपुर से मरीज आते है तो इतने बड़े अस्पताल में दो चार मौत होना स्वभाविक है. पांच मौतो की खबर का उन्होने खंडन किया.

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