लखनऊ 02 सितम्बर (वार्ता) समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 69000 शिक्षक भर्ती के पीडीए अभ्यर्थियों को उनका हक और अधिकार नहीं दे रही है।
श्री यादव ने सोमवार को कहा कि भाजपा की नीति पीडीए विरोधी है। भाजपा पिछड़ों, दलितों के आरक्षण के साथ लूट कर रही है। सरकार नौजवानों, किसानों, कर्मचारियों का शोषण कर रही है। उच्च न्यायालय के फैसले के बाद शिक्षक भर्ती अभ्यर्थियों को लेकर भाजपा की नीयत साफ नहीं है। अपने हक और आरक्षण को बचाने के लिए शिक्षक अभ्यर्थी लम्बे समय से लगातार संघर्ष कर रहे है।
उन्होने कहा कि कई वर्षों की लम्बी लड़ाई के बाद शिक्षक अभ्यर्थियों को हाईकोर्ट से न्याय मिला लेकिन सरकार उनका हक नहीं देना चाहती है। भाजपा सरकार मामले को उलझाये रखना चाहती है। मुख्यमंत्री और सरकार के अन्य लोग शिक्षक अभ्यर्थियों की झूठी दिलासा दे रहे हैं। हाईकोर्ट के निर्णय पर अभ्यर्थियों के पक्ष में फैसला लेने के बजाय वे उसे लटकाये रखना चाहते है।
श्री यादव ने कहा कि भाजपा सरकार लगातार असंवैधानिक कार्य कर रही है। भाजपा सरकार संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर कर रही है। इसका रवैया तानाशाही पूर्ण है। यह सरकार नौजवानों को अपमानित कर रही है। मामला 69000 शिक्षक अभ्यर्थियों का हो, शिक्षामित्रों या अन्य कर्मचारी व नौजवानों का हो, भाजपा सरकार ने सभी के साथ अन्याय किया है। अपने हक के लिए लोकतांत्रिक ढंग से मांग करने वालों पर सरकार पुलिस से लाठियां बरसाती है। 69 हजार पदों पर आरक्षण की मांग कर रहे अभ्यर्थियों और शिक्षामित्रों को न जाने कितनी बार लाठियों से पीटा गया है। हिरासत में लिया गया और अपमानित किया गया, लेकिन उनकी मांगे नहीं मानी गयी।
उन्होने कहा कि सरकार के खिलाफ जनता का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। आने वाले विधानसभा उपचुनाव और 2027 के आम विधानसभा चुनाव में जनता भाजपा को सत्ता से हटाकर उसके अहंकार को तोड़ देगी।