ओम्कारेश्वर
इंद्र देवता ने स्वागत किया
भादव के प्रथम सोमवार को जन्माष्टमी के पावन पर्व पर भूत भावन ज्योतिर्लिंग ओंकारजी महाराज ओंकार पर्वत की परिक्रमा का भृमण करने गए।अपरान्ह दो बजे ढ़ोल धमाको के साथ मंदिर से रवाना हुवे
कोटितीर्थ घाट पर संक्षिप्त पूजा की गई
नौका विहार के बाद मुख्य बाजार से होते हुवे परिक्रमा के लिए रवाना हुवे
मार्ग मे जगह 2 ग़ुलाल और पुष्पों की वर्षा की गई
भक्तो द्वारा और आश्रमो पर छप्पन भोग केले सेंवफल फरियाली खिचड़ी दूध कोलड्रिंक चाय आदि का वितरण किया गया।
संगम घाट पर विद्वान पंडितो द्वारा वेद मंत्रो के साथ पूजन अभिषेक किये गए
ढ़ोल धमाको के थाप पर भक्त भोले शम्भू भोले नाथ का उद्घोष करते हुवे नाच रहे थे।
हजारों भक्त नर नारी ब्रद्ध बच्चे शामिल थे
आतिश बाजी भी छोड़ी गई