सुसनेर, 9 मार्च. कक्षा 5 वीं की परीक्षा में एक छात्र को गलत पेपर देने का खुलासा होने के बाद अब मामले की जांच हो रही है. जांच में केन्द्राध्यक्ष ने यह लिखित में कथन दिया है की 6 मार्च को पेपर के लिफाफे में 11 मार्च को होने वाली परीक्षा का प्रश्नपत्र निकला था.
केन्द्राध्यक्ष अगर यह स्वीकार कर रहे हंै तो फिर इस बात का जवाब कौन देगा की प्रश्नपत्रों ंका लिफाफा खोलते समय ही गलती पकड़ में आ गई थी उसके बाद भी प्रश्न पत्र छात्र तक कैसे पहुंच गया. क्योंकि परीक्षा केन्द्र पर पेपरो के लिफाफे खोले जाने के बाद कक्षवार वो छात्रों में वितरित किए जाते हैं तथा सही पेपर है या नहीं इस बात की पुष्टी करने के बाद उत्तर पुस्तिका पर संबंधित शिक्षक जिनकी ड्यूटी लगाई जाती है उनके हस्ताक्षर होते हैं वहां भी जिम्मेदार अपनी गलती नहीं पकड सके बाद में छात्र के पालक के द्वारा सूचना देने के बाद सारा मामला उजागर हुआ. इससे ही स्पष्ट है की परीक्षा केन्द्र पर किस तरह की लापरवाही बरती जा रही है.
11 मार्च को होने वाले पेपर में मिलेगा नया प्रश्न पत्र
11 मार्च को होने वाली परीक्षा का नया पेपर सेट करके सम्बंधित केन्द्राध्यक्ष तक पहुंचाने का कार्य विभाग ने शुरू भी कर दिया है. अब यह परीक्षा अपने निर्धारित समय पर ही होगी किन्तु पेपर पुराने की बजाय नया होगा. साथ ही लापरवाही के जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई होगी.
केंद्राध्यक्ष और पर्यवेक्षक को क्यों नहीं मिला नोटिस
शिक्षा विभाग के जिम्मेदार कहीं न कहीं इस मामले को दबाने में भी जुटे हुए हैं. नवभारत के खुलासे के बाद जिला परियोजना समन्वयक के द्वारा 4 बीएसी को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हंै. किन्तु जिस केन्द्र पर यह गडबडी हुई है. वहां के किसी भी जिम्मेदार को कोई नोटिस जारी नहीं करना शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लगाता है. क्योंकि लिफाफा केन्द्र पर ही खुलता है. पेपरों का मिलान भी केन्द्र पर ही होता है. छात्र 3 घंटे तक बैठ करके केन्द्र में ही परीक्षा देता है. जिस केन्द्र पर यह लापरवाही हुई है. उस केन्द्र के जिम्मेदारों को बचाने का प्रयास क्यों.
जिला मुख्यालय पर शनिवार को हुई बैठक
इस पेपर लिक होने के मामले से किस तरह से निपटा जाए इसको लेकर शिक्षा विभाग के जिम्मेदारों द्वारा शनिवार को आगर जिला मुख्यालय पर एक बैठक जिला शिक्षा अधिकारी के द्वारा आयोजित की गई. इस बैठक में जिला कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ की नाराजगी से किस तरह से निपटा जाए इस पर भी विचार हुआ.साथ ही बैठक में सुसनेर क्षेत्र के जनपद शिक्षा केन्द्र से जुडे अधिकारी-कर्मचारी भी शामिल हुए.
इनका कहना है
परीक्षा चाहे कक्षा 1 से लेकर कॉलेज स्तर तक की हो उसके कुछ नियम होते हैं. सुसनेर में 5 वीं का पेपर लिक करने के मामले में जो भी जिम्मेदार होंगे. उन पर कार्रवाई होगी. मामले में शनिवार को जिला मुख्यालय पर एक बैठक लेकर के इस संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश भी जारी किए गए है.
-आरजी शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी, आगर
पेपर लिक मामले में 4 बीएससी को नोटीस जारी किये गए है. उनकी जिम्मैदारी सही तरीके से पेपरो को लिफाफे में पेक करवाने की थी. केन्द्राध्यक्षए सहायक केन्द्राध्यक्ष और पर्यवेक्षक की भी जिम्मैदारी तो बनती है उन्है भी कारण बताओ नोटिस जारी किए जाकर उनसे भी जवाब मांगा जाएगा.
-रजनीश स्वर्णकार, जिला परियोजना समन्वयक, आगर