विंध्य की डायरी
डा0 रवि तिवारी
उड़ते पंजाब की तर्ज पर विंध्य के उड़ रहे रंग की तासीर को नियंत्रित करने की जो मुहिम प्रदेश के उपमुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल की अगुवाई में शुरू हुई इसका अन्त कब और कैसे होगा यह तो अभी समय के गोद मे है. पर इतना कहा जा सकता है कि अब तक बेरोकटोक चल रहे इस गोरखधंधे में कुछ अंकुश तो फिलहाल लगा है. नशे पर लगातार चोट की जा रही है और युवाओ को नशा परोसने वाले तस्करो की गर्दन अब पुलिस के हाथ में है. अन्र्तराज्यीय गिरोह पर नकेल कसने के साथ मुख्य जड़ को उखाड़ फेकने का रोड मैप पुलिस ने तैयार किया है.
इस पर कितनी सफलता मिलेगी अभी कुछ कह पाना जल्दबाजी होगी पर यह बात साफ है कि सरकार के सख्त रवैये के बाद कानून ने अपने लंबे हाथ फैलाने शुरू कर दिये है. जिसके सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिल रहे है. नशे के दलदल में धस रहे विंध्य के युवाओं को बचाने और इसके खिलाफ एक जन जागरूकता अभियान का आगाज हो चुका है. जब तक समाज के लोग नशे के खिलाफ आवाज नही उठायेगे तब तक अकेले पुलिस नशे और उसके सौदागरो को उखाड़ कर नही फेक पायेगी. फिलहाल शुरू की गई मुहिम ने एक संदेश दिया है अब नशा परोसने वाले पाताल में भी नही छिप सकते.
अपने ही उतर आये बगावत में
विरोधियों का काम होता है मौके पर विरोध करना पर जब अपने ही विरोधियों के साथ मिलकर बगावत में उतर आये तो फिर जाए कहा. इस समय मऊगंज नगर परिषद में अध्यक्ष और पार्षदो के बीच तनातनी चल रही है. कांग्रेस में रह कर अध्यक्ष बने बृजवासी पटेल पलटी मार कर भाजपा की नाव पर सवार हो गये और अब भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए भाजपा और कांग्रेस के सभी पार्षदो ने मोर्चा खोल दिया है. अविश्वास प्रस्ताव को लेकर कलेक्टर तक मामला पहुंच गया है. अब अध्यक्ष की कुर्सी खतरे में आ गई है पर चर्चा है कि स्थानीय विधायक की छत्रछाया में अध्यक्ष जी है तो कुर्सी बची रहेगी. लेकिन सत्ता पक्ष के पार्षदो ने खुला मोर्चा खोल दिया है. अगर बैकफुट पर आते है तभी कुछ हो पायेगा. मऊगंज में इस समय भाजपा दो गुटो में बटती जा रही है और आपसी खीचतान मची हुई है.
जन्माष्टमी में आना था प्रदेश के मुखिया को
भगवान श्रीकृष्ण को मंदिर और धर्मग्रंथो से लेकर जन-जन तक पहुंचाने के साथ भगवान श्रीकृष्ण की शिक्षा, मित्रता के महत्व और गीता ज्ञान से लोगो को परिचय कराने के लिये शैक्षणिक संस्थाओ में विशेष आयोजन होगे. प्रदेश के मुखिया डा0 मोहन यादव अपनी अलग पहचान बनाने के चलते चर्चा में है. भगवान श्रीकृष्ण की लीला उनके जीवन से जुड़े प्रसंग को स्कूल-कालेजो में बताया जायेगा, यह प्रदेश में पहली बार हो रहा है. भव्य आयोजन के साथ चारो तरफ कान्हा की धूम होगी. जन्माष्टमी के अवसर पर प्रदेश के मुखिया को रीवा बसामन मामा आना था. कतिपय कारणों से कार्यक्रम स्थगित हो गया. जिसके बाद अफसरो ने भी राहत की सांस ली. कार्यक्रम को लेकर तमाम तैयारियां लगभग हो चुकी थी, अगर प्रदेश के मुखिया आते तो शायद कुछ सौगाते मिल जाती. भगवान कृष्ण और उनके सिद्धांत, विचारो पर आधारित भव्य आयोजन होगे.
आठ माह से मुखिया विहीन आप पार्टी
त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव एवं विधानसभा चुनाव में आप पार्टी विंध्य क्षेत्र में तेजी से उभर रही थी पर धीरे-धीरे आप पार्टी की चमक और धमक दोनो फीकी पडऩे लगी है. ऊर्जाधानी में बगैर मुखिया के आप पार्टी चल रही है. यहा आठ माह से जिलाध्यक्ष की नियुक्ति नही हो पाई है. आपसी खीचतान के चलते अध्यक्ष की कुर्सी खाली है. प्रदेश अध्यक्ष का गृह जिला है, अब सवाल यह उठता है कि जब प्रदेश अध्यक्ष खुद अपने जिले में जिलाध्यक्ष नही बना पा रही है तो फिर ऐसे में पार्टी कैसे आगे चलेगी. फिलहाल आप पार्टी की गतिविधियां समूचे विंध्य में शुष्क अवस्था में है. चुनाव के समय जो नेता झंडा उठाकर चल रहे थे वह भी अंडर ग्राउंड है. जबकि जनहित से जुड़े मुद्दे हाथ उठाये खड़े है.