बच्चें बने बाल गोपाल और माताएं बनी यशोदा
नवभारत न्यूज
इंदौर । प्रदेश के हर विकासखंड में एक गांव बरसाना की तर्ज पर विकसित करेंगे। नगरीय निकाय क्षेत्रों में गीता भवन केंद्र स्थापित किया जाएगा। श्री कृष्ण के सिद्धांतो और आदर्शो का जीवन में बहुत महत्व है , इसको हर व्यक्ति आत्मसात करना चाहिए। यह बात प्रदेश के मुख्यमंत्री ने दशहरा मैदान पर जन्माष्टमी पर्व के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में कही।
आज शहर के दशहरा मैदान पर जन्माष्टमी महोत्सव के तहत “हर बालक कृष्ण और हर मां यशोदा ” की थीम पर आधारित कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने गोविंदा आला रे भजन के साथ उपस्थिति दर्ज करवाते हुए कहा कि आज श्री कृष्ण के आदर्शो और सिद्धांतो पर चलने की आवश्यकता है। इंदौर में आज जन्माष्टमी महोत्सव के लिए हजारों बालक को कृष्ण और माताएं यशोदा बनकर आई है। ऐसा अद्भुत आयोजन देख कर मन प्रफुल्लित हो गया।
उन्होंने आगे कहा कि श्रीकृष्ण ने ग्रामीण क्षेत्रों में विकास की लिए अलग तरीकों से गौ पालन और दुग्ध से निर्मित वस्तुओं के प्रयोग जीवन में स्वास्थ और प्रगति के सिद्धांत का समर्थन करते है। जैविक खेती और दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा दिया। आज श्रीकृष्ण के आदर्शो और सिद्धांतो का अनुसरण करने की बात इसलिए की जाती है कि उन्होंने समाज को बौद्धिक और सामाजिक मार्गदर्शन दिया। गीता के माध्यम से जीवन संदेश देकर समाज को दिशा दी।
कार्यक्रम में जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट, सांसद शंकर लालवानी, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, विधायक उषा ठाकुर, मधु वर्मा, मालिनी गौड़, महेंद्र हार्डिया , गोलू शुक्ला, मनोज पटेल, सावन सोनकर, गौरव रणदिवे, संभागायुक्त दीपकसिंह, पुलिस कमिश्नर राकेश गुप्ता, कलेक्टर आशीष सिंह सहित कई नेता, कार्यकर्ता और अधिकारी मौजूद थे। कार्यक्रम में प्रसिद्ध बांसुरी वादक बल्लूजी और मसवादा बैंड ने प्रस्तुति दी।