नयी दिल्ली 21 अगस्त (वार्ता) भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास मुद्रास्फीति नियंत्रण, आर्थिक विकास लक्ष्य, मुद्रा स्थिरता और ब्याज दर प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए लगातार दूसरे साल ए प्लस ग्रेड के सेंट्रल बैंकर घोषित किये गये हैं।
ग्लोबल फाइनेंस पत्रिका ने सेंट्रल बैंक गवर्नरों के नाम जारी किए हैं जिन्होंने सेंट्रल बैंकर रिपोर्ट कार्ड 2024 में उच्चतम ग्रेड, ए प्लस , ए या ए माइनस ग्रेड अर्जित किए हैं। इस रिपोर्ट में श्री दास को लगातार दूसरे साल ग्रेड ए प्लस मिला है। श्री दास के अलावा डेनमार्क के केन्द्रीय बैंक के क्रिश्चियन केटेल थॉमसन और स्विट्जरलैंड केन्द्रीय बैंक के थॉमस जॉर्डन ए प्लस ग्रेड में हैं। मुद्रास्फीति नियंत्रण, आर्थिक विकास लक्ष्य, मुद्रा स्थिरता और ब्याज दर प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में सफलता के लिए ग्रेड ए प्लस से लेकर ए माइनस तक दिया जाता है। ए उत्कृष्ट प्रदर्शन का प्रतिनिधित्व करता है, पूर्ण विफलता के लिए ए माइनस से नीचे ग्रेड दिया जाता है।
1994 से ग्लोबल फाइनेंस द्वारा प्रतिवर्ष प्रकाशित सेंट्रल बैंकर रिपोर्ट कार्ड, लगभग 100 प्रमुख देशों, क्षेत्रों और जिलों के साथ-साथ यूरोपीय संघ, पूर्वी कैरेबियन सेंट्रल बैंक, बैंक ऑफ सेंट्रल अफ्रीकन स्टेट और अमेरिकी केंद्रीय बैंक गवर्नरों को ग्रेड देते हैं।
ग्लोबल फाइनेंस के संस्थापक और संपादकीय निदेशक जोसेफ जियारापुटो ने कहा “ केंद्रीय बैंकरों ने पिछले कुछ वर्षों में अपनी प्राथमिकता के तौर पर उच्च ब्याज दरों का इस्तेमाल करते हुए मुद्रास्फीति के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया है। अब, दुनिया भर के देश इन प्रयासों के ठोस परिणाम देख रहे हैं, क्योंकि मुद्रास्फीति में काफी गिरावट आई है।”
“ग्लोबल फाइनेंस के वार्षिक सेंट्रल बैंकर रिपोर्ट कार्ड उन बैंक नेतृत्वकर्ताओं को सम्मानित करते हैं जिनकी रणनीतियों ने मौलिकता, रचनात्मकता और दृढ़ता के माध्यम से अपने साथियों से बेहतर प्रदर्शन किया है।