भोपाल, सिंगरौली, 19 अगस्त (वार्ता) केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) के सीएमडी के निजी सचिव के आवास से लगभग चार करोड़ रुपए की नकद राशि बरामद करते हुए आरोपी को गिरफ्तार किया है।
सीबीआई से प्राप्त जानकारी के अनुसार ब्यूरो ने शनिवार को की कार्रवाई के दौरान सूबेदार ओझा, प्रबंधक (सचिवालय) एवं नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) के सीएमडी के निजी सचिव के आवास से 3.85 करोड़ रु. की नकद राशि बरामद होने के पश्चात उन्हें गिरफ्तार किया। ये धन राशि कथित तौर पर एनसीएल, सिंगरौली (मध्यप्रदेश) में संचालन करने वाले कई ठेकेदारों एवं कर्मियों के साथ पक्षपात करने के लिए एकत्र की गई थी।
सीबीआई ने सिंगरौली स्थित मैसर्स संगम इंजीनियरिंग के मालिक एवं मध्यस्थ व्यक्ति रविशंकर सिंह को भी गिरफ्तार किया है, जो कथित तौर पर विभिन्न ठेकेदारों/व्यापारियों व एनसीएलकर्मियों के बीच मध्यस्थ के रूप में काम कर रहा था। आरोप है कि ये व्यक्ति इन कर्मियों को रिश्वत पहुंचाने में सहायता कर रहा था।
साथ ही सीबीआई ने रविशंकर सिंह के एक सहयोगी दिवेश सिंह को भी रंगे हाथों गिरफ्तार किया। आरोप है कि ये व्यक्ति जबलपुर सीबीआई के पुलिस उपाधीक्षक एसीबी जॉय जोसेफ दामले को पांच लाख रुपए की रिश्वत दे रहा था। जॉय जोसेफ दामले ये रिश्वत सीबीआई में आरोपियों के विरुद्ध लंबित शिकायतों/जांच के मामलों में अनुकूल रिपोर्ट देने के एवज में ले रहे थे। इसके बाद जॉय जोसेफ दामले को भी गिरफ्तार किया गया।
आरोप है कि रविशंकर सिंह के निर्देश पर, उसके कर्मचारी अजय वर्मा ने प्रबंधक (प्रशासन), एनसीएल, लेफ्टिनेंट कर्नल बसंत कुमार सिंह (सेवानिवृत्त) से 16 अगस्त को पांच लाख रुपए का अनुचित लाभ प्राप्त किया था। कथित तौर पर रिश्वत की राशि सूबेदार ओझा द्वारा भेजी गई थी एवं 17 अगस्त को रविशंकर सिंह ने दिवेश सिंह को यह राशि एसीबी जबलपुर, सीबीआई के पुलिस उपाधीक्षक जेजे दामले तक पहुंचाने का निर्देश दिया था।
इस संबंध में इन सभी पांचों आरोपियों के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है, जिसके बाद सिंगरौली, जबलपुर एवं नोएडा में कई स्थानों पर तलाशी ली गई। तलाशी के दौरान, भारी मात्रा में नकद धनराशि, डिजिटल डिवाइस व कई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए। मामले में जाँच जारी है।