जबलपुर: रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में कर्मचारियों द्वारा अनियमित भुगतान,और एडमिटेशन में एक्शन लेने के बाद कुलगुरु द्वारा स्पष्टीकरण मांगने को लेकर कर्मचारियों ने कुलगुरु से कर्मचारियों को बहाल करने की बात कही। जिसके बाद यह बात बढ़ती गई,जिसमें कुलगुरु ने स्पष्ट कह दिया कि मैं किसी के दबाव में आकर काम नहीं करूंगा उसके बाद कर्मचारी और कुलगुरु के बीच तीखी नोंक- झोंक भी देखने को मिली।
जानकारी के अनुसार लेखा विभाग की फाइलों में कुलगुरू द्वारा हस्ताक्षर नहीं किए गए थे, जिससे वह कर्मचारियों को बहाल करने के लिए कुलगुरु के ऊपर दबाव बना रहे थे। जिसमें उस फाइल से भुगतान हो जाए। परंतु इस पर कुलगुरु डॉक्टर राजेश कुमार वर्मा द्वारा एक्शन लेते हुए लेखा विभाग की कुछ फाइलों में हस्ताक्षर नहीं करके कर्मचारियों से उसका स्पष्टीकरण मांगा है। साथ ही उन्होंने अनियमित भुगतान न होने की बात भी कही है,जिसके बाद कर्मचारियों ने कुलपति कुलगुरु से कर्मचारियों को बहाल करने के लिए कहा। परंतु विश्वविद्यालय के कुलगुरु में स्पष्ट कर दिया कि शासकीय प्रक्रियाओं में नियमों का पालन नहीं होगा तो उसका स्पष्टीकरण मांगा जाएगा जिसको सभी कर्मचारियों को नियम के तौर स्पष्टीकरण देना भी होगा।
अनियमित भुगतान नहीं होने देंगे कुलगुरु डॉ राजेश वर्मा ने नवभारत से बताया कि लेखा विभाग की कुछ फाइलों में अनियमितताएं पाए जाने पर हस्ताक्षर नहीं किए गए हैं, जिसके चलते उन्होंने मुझ पर कर्मचारियों को बहाल करने के लिए कहा था। परंतु कुलगुरु का कहना है कि शासकीय प्रक्रियाओं में नियम से ही सभी कार्य होने चाहिए। जिसके चलते उन्होंने कर्मचारियों से फाइल में हस्ताक्षर न करते हुए उसका स्पष्टीकरण मांगा है, जिससे विश्वविद्यालय द्वारा किसी भी प्रकार से अनियमित रूप से भुगतान न होने पाए।
झुकूंगा नहीं, समझौता नहीं करूंगा
कुलगुरु डॉक्टर राजेश कुमार वर्मा ने बताया कि शासकीय प्रक्रियाओं के द्वारा ही सभी नियमों का पालन किया जाता है, इसके चलते उन्होंने फाइलों में अनियमितता और लापरवाही पाए जाने के चलते लेखा विभाग के कर्मचारियों से स्पष्टीकरण मांगा है। जिसके चलते उन सभी कर्मचारियों ने बहाल करने की मांग की है, जिससे वह सभी प्रकार का भुगतान आदि स्वयं कर सके। परंतु कुलगुरु का कहना है कि शासकीय प्रक्रियाओं के नियमों के पालन से ही विश्वविद्यालय में सभी कार्य किया जाएगा और लापरवाही होने पर स्पष्टीकरण भी मांगा जाएगा। जिसके चलते झुकूंगा नहीं और समझौता भी नहीं करूंगा।