नयी दिल्ली, (वार्ता) कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने गुरुवार को कांग्रेस प्रधानमंत्री द्वारा की गई टिप्पणी की आलोचना करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री को लोकतंत्र से छेड़छाड़ करने और संविधान को नुकसान पहुंचाने की कला में महारत हासिल है।
श्री खड़गे न सोशल मीडिया एक्स पर कहा, “मोदी जी, एक के बाद एक संस्थाओं को आपके द्वारा धमकाया जा रहा है, इसलिए अपने पापों के लिए कांग्रेस पार्टी पर आरोप लगाना बंद करें।”
उन्होंने आगे कहा, “आप न्यायपालिका के बारे में बात कर रहे हैं। आप आसानी से भूल जाते हैं कि सर्वोच्च न्यायालय के चार वरिष्ठतम न्यायाधीशों को एक अभूतपूर्व संवाददाता सम्मेलन आयोजित करने और लोकतंत्र के विनाश के खिलाफ चेतावनी देने के लिए मजबूर होना पड़ा था। यह आपके शासनकाल में ही हुआ।”
श्री खड़गे ने अपने पोस्ट में इस बात का भी उल्लोख किया कि प्रधानमंत्री उनमें से एक न्यायाधीश को राज्यसभा के लिए नामित किया और पश्चिम बंगाल में उच्च न्यायालय के एक पूर्व न्यायाधीश को आगामी लोकसभा चुनाव में उतारेंगे।
अपने पोस्ट के माध्यम से, कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री से सवाल किया कि राष्ट्रीय न्यायिक नियुक्ति आयोग (एनजेएसी) कौन लाया? इसे माननीय उच्चतम न्यायालय ने क्यों अटका दिया?
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी ने देश की सबसे पुरानी पार्टी पर हमला करते हुए कहा था कि, “दूसरों को धमकाना और डराना कांग्रेस संस्कृति पुरानी है”। मोदी की टिप्पणी लगभग 600 प्रमुख वकीलों द्वारा भारत के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ को लिखे गए पत्र के बाद आई है, जिसमें निहित स्वार्थी समूहों पर चिंता व्यक्त की गई है जो न्यायपालिका पर अपनी अखंडता को कमजोर करने के लिए दबाव डालने की कोशिश कर रहे हैं।