रायपुर 12 अगस्त (वार्ता) छत्तीसगढ़ में नौवां अंगदान हुआ है। रामकृष्ण अस्पताल में सोमवार को ब्रेन डेथ घोषित होने पर गोसाई परिवार ने 54 वर्षीय मुन्नी गोसाई का अंगदान कर पांच लाेगों की जान बचाई है।
मुन्नी के फेफड़े को ग्रीन कॉरिडोर बनाकर पुणे की 45 वर्षीय महिला को दान कर उन्हें नया जीवन दिया गया। अपने अंगों को दान में देने के लिए उत्साहित थीं। उन्होंने और उनके परिवार ने कई बार रक्तदान जैसे नेक कार्यों में भी भाग लिया है। मुन्नी का पूरा परिवार गंडई का रहवासी है।
मुन्नी गोसाई का अचानक तबियत खराब होने पर उन्हें गंडई में ही भर्ती किया गया, मगर वहां वेंटीलेटर की सुविधा न होने की वजह से उन्हें 10 तारीख की सुबह रायपुर के रामकृष्ण अस्पताल में भर्ती किया गया। गत 11 अगस्त को रामकृष्ण अस्पताल ने उन्हें ब्रेन डेथ घोषित किया, जिसके बाद परिवार की सहमति से अंगदान की प्रक्रिया शुरू की गई, जिसमें एक किडनी एम्स रायपुर को और एक किडनी रामकृष्ण को डोनेट किया गया। वहीं उनका लीवर भी रामकृष्ण को मिला। आंखें डॉ भीमराव आंबेडकर स्मृति चिकित्सालय को सौंपी गयी। छत्तीसगढ़ की इस महतारी ने अपने फेफड़े पुणे की 45 वर्षीय महिला को दान करके उन्हें नया जीवन दान दिया है।