हमारे आधुनिकीकरण की वजह से वृक्षों का जो कटाव हुआ है उससे पृथ्वी का औसत तापमान दिन प्रतिदिन बढ़ता चला जा रहा है और प्राकृतिक का संतुलन देखने को मिल रहा है आज हम नगरी सुविधाओं में इतने लिप्त हो चुके हैं कि हमारे पास अपने पर्यावरण को बचाने के लिए समय नहीं है आज हमारे देश में जंगल वन दिन प्रतिदिन काम होते जा रहे हैं।
डॉ रमाकांत तिवारी ने बताया कि हमें एक पेड़ प्रकृति के नाम दान करना चाहिए क्योंकि प्रकृति है तो हम हैं डॉ तिवारी द्वारा कार्यक्रम में सभी सदस्यों को शपथ दिलाई की हम सभी अपने-अपने घरों में कार्यालय में एक-एक पौधा अपने मां के नाम जरुर लगाएंगे। इसमें शासकीय महाविद्यालय पिछोर की प्रभारी डॉ. ममता धाकड़ एवं सदस्य के रूप में डॉक्टर नरेश स्वर्णकार डॉ रेनू सिंह डॉ विमलेश सिंह श्रीमती अनुवाला श्री राकेश ओझा डॉ योगेश पंचोली एवं छात्र उपस्थित रहे।