16 घण्टे से बारिश की लगी झड़ी, बाढ़ जैसे बने हालात

गोपद नदी सहित कई सहायक नदी व नाले उफान पर, सरई तहसील के बाईपास मार्ग की पुलिया क्षतिग्रस्त, आवागमन पर रोक

नवभारत न्यूज

सिंगरौली 3 अगस्त। ऊर्जाधानी में विगत 16 घण्टे के अधिक समय तक बारिश की झड़ी लगने से गोपद नदी सहित अन्य कई नदी- नाले तमतमा आएं हैं। करीब एक दशक बाद सिंगरौली जिले में लगातार 16 घण्टे से बारिश हो रही है।

दरअसल ऊर्जाधानी में मानसून तीन दिनों से सक्रिय है। बीती रात करीब 2 बजे से सिंगरौली जिले में सावन मास में बारिश की झड़ी लग गई। आलम यह था कि आज स्कूल बच्चे भी भीगते हुये स्कूल गए और वापस भी बारिश के पानी के साथ हुआ। इतना ही नही लगातार हो रही बारिश से विंध्यनगर-शक्तिनगर के मध्य स्थित मटवई पुलिया उफान पर आ गई है। विंध्यनगर टीआई अर्चना द्विवेदी ने ऐतिहातन सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस बल तैनात कर दिया है। वही सरई तहसील के बाईपास मार्ग बनी पुलिया क्षतिग्रस्त हो गई है। तहसीलदार एवं पुलिस ने स्थल का मुआयना करते हुये फिलहाल उक्त मार्ग के आवागमन पर रोक लगा दिया है। उधर लगातार हो रही बारिश के कारण सीधी-सिंगरौली के मध्य स्थित गोपद नदी भी उफान पर है। बताया जा रहा है कि रात भर बारिश होती रही तो गोपद नदी से आवागमन बन्द भी हो सकता है। अनुमान लगाया जा रहा है कि अभी इसी तरह बारिश होती रही तो बाढ़ से लोगों को भी जूझना पड़ेगा। इधर अधीक्षक भू-अभिलेख सिंगरौली के अनुसार जिले में 229.9 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। यह आंकड़ा शनिवार की सुबह 8 बजे तक की है। वही अनुमान है कि आज सुबह 8 बजे से लेकर पूरे दिन तक वर्षा 250 मिमी से कम नही हुई है। फिलहाल जिले में हो रही लगातार बारिश से जहां जन-जीवन प्रभावित हुआ है। वही नदी, नाले, खेत, तालाब पानी से लबालब भर गएं हैं। किसानों के चेहरे में खुशी झलकने लगी है। अधिकांश किसान धान की रोपाई के काम में जोरशोर से जुट गएं हैं।

छोटे बच्चों को जल स्त्रोतों के पास अकेला न जाने दे

एसडीएम चितरंगी में आमजनों को अवगत कराते हुये कहा है कि वर्तमान में विभिन्न कारणों से जनहानि होनी की सूचनाएं मिलती रहती है। वर्षाकाल होने से घटनाओं को संभावनाएं बढ़ जाती हैं। जिसके बचाव के लिए उपाए आवश्यक है। इस दौरान वर्षाकाल में नदी, नालों, पोखरों का जलस्तर बढ़ गया है। इसलिए छोटे बच्चों को अकेला जल स्रोतों के पास न जाने दें। पुल पुलिया के ऊपर से जल बहाव होने की स्थिति में रास्ता पार न करें। अपने अनुपयोगी बोर को खुला न छोड़े, सर्पदंश की स्थिति में पीड़ित व्यक्ति को तत्काल उपचार के लिए चिकित्सालय पहुँचाएँ । वर्षाकाल में दूषित जल पीने से हैजा, डायरिया होने की संभावना रहती है।

बारिश से परेशान हुये स्कूली बच्चे

जिले में विगत 16 घण्टे से हो रही बारिश ने स्कूली बच्चों के लिए परेशानी खड़ी कर दी। आलम यह था कि शनिवार की सुबह रिमझिम बारिश की फुआरों के बीच स्कूली छात्र-छात्राएं पानी से गुजरते हुये विद्यालय पहुंचे। वही दोपहर में भी अवकाश के समय इसी तरह के हालात थे। इस दौरान कई स्कूली बच्चों ने सावन मास के बारिश का आनन्द भी उठाया है। उधर मौसम विभाग के अनुसार आगामी दिन शुक्रवार तक बारिश होने की संभावना है।

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