नयी दिल्ली 03 अगस्त (वार्ता) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सरदार वल्लभ भाई पटेल को दुनिया का सबसे बड़ा किसान और उनका नेता बताते हुए शनिवार को कृषि अर्थशास्त्रियों के अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन (आईसीएई) शामिल प्रतिनिधियों से गुजरात के केवड़िया के पास स्थित उनकी प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को देखने का आग्रह किया।
श्री मोदी ने यहां आयोजित आईसीएई के उद्घाटन के मौके पर अपने संबोधन में कहा, “आप कृषि जगत से जुड़े हुए लोग हैं, तो एक और जानकारी आपके सामने मुझे रखना, मेरा मन करता है। मुझे पता नहीं है, दुनिया में कहीं किसी किसान की ऐसी प्रतिमा होगी। मैं दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी की बात कर रहा हूं।” उन्होंने कहा, “ कृषि जगत के लोगों को जानकर खुशी होगी कि भारत में आजादी के आंदोलन में जिस महापुरुष ने किसान शक्ति को जागृत किया है, किसानों को आजादी के आदोलन की मुख्य धारा में जोड़ा, वे सरदार वल्लभ भाई पटेल की दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा भारत में है। इसकी ऊचाई स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी से दोगुनी है।”
प्रधानमंत्री इस प्रतिमा की विशेषता बताते हुए कहा, “यह प्रतिमा एक किसान नेता की है। दूसरी विशेषता है कि यह है कि इस प्रतिमा को बनवाते समय छह लाख गांवों के किसानों से कहा गया था कि आप खेत में जिस लोहे के औजार का उपयोग करते हैं, उस औजार का टुकड़ा हमें दीजिए। छह लाख गांवों से खेतों में उपयोग किये गये लोहे के औजार को लाया गया, उसको पिघलाया गया और दुनिया के सबसे बड़े किसान नेता की प्रतिमा में उसका उपयोग किया गया।”
उन्होंने कहा, “मेरा मानना है कि इस देश के किसान पुत्र को इससे जितना बड़ा सम्मान मिला है, शायद विश्व में ऐसा कहीं हुआ होगा। मुझे पक्का विश्वास है कि आज यहां आप आए हैं, तो जरूर स्टैच्यू ऑफ यूनिटी (विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा) को देखने के लिए आप आकर्षित होंगे। मैं एक बार फिर आप सभी को बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं!”
उल्लेखनीय है कि स्टैच्यू ऑफ यूनिटी प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी, राजनेता एवं स्वतंत्र भारत के पहले उपप्रधानमंत्री एवं गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा है। यह गुजरात में केवड़िया के पास स्थित है और इसकी ऊंचाई 185 मीटर है। इस प्रतिमा का अनावर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 31 अक्टूबर 2018 में किया था।