नयी दिल्ली 02 अगस्त (वार्ता) राष्ट्रीय राजधानी में गौ माता को राष्ट्र माता बनाने, गौ माता की हत्या पूरी तरह बंद करनेख् गौ माता की रक्षा के लिए ज्योतिष पीठाश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज की अध्यक्षता में शुक्रवार को छतरपुर तेरापंथ भवन में 12 गौ सांसदों की कोर कमेटी का गठन किया गया।
गौ संरक्षक आंदोलन के सायोजक गौ भक्त गोपाल मणि तथा संसद की कार्यवाही को विधि और धर्म सम्मत संचालन के लिए ज्योतिष पीठाश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज को उपाध्यक्ष एवं प्रवक्ता शास्त्री किशोर देव, विकास पाटनी, डॉ. गार्गी पण्डित, साध्वी पूर्णम्बदा, सचिव का दायित्व उत्तम भारद्वाज, सह-सचिव देवेन्द्र पाण्डेय, मीडिया प्रभारी शैलेंद्र योगी, सांसद पंजीयन सक्षम योगी, स्वामी नीरंजानंद, शम्भु प्रशाद पाठक, भानु हर्ष मिश्रा और आशुतोष पाण्डेय को विशेष प्रभार सौपे गये। साथ ही पूरे भारत से आए 110 गौ सांसदों ने गौ माता के सम्मान की स्थापना की आज शपथ ली।
शंकराचार्य ने कहा की जब भारत ग़ुलामी से स्वतंत्र हुआ उस समय भारत में 75 करोड़ गाय थी और भारत की जनसंख्या 30 करोड़ थी आज भारत की आबादी 150 करोड़ है और गौ माता मात्र 17 करोड़ बची है स्पष्ट है कि गौ हत्या पर किसी सरकार ने कभी अंकुश नहीं लगाए। उन्होंने कहा आज मन में पीड़ा है हमने आंदोलन किए निवेदन किए, लेकिन जिनसे आशा थी उनसे हमें भारी निराशा मिली, जिसके परिणाम स्वरूप हमें गौ संसद का गठन करना पड़ा, गौ संसद का समापन छह अगस्त को तालकटोरा स्टेडियम में होगा जिसमें हज़ारों गौ भक्त शामिल होगे।
आंदोलन के प्रवक्ता विकास पाटनी ने गौ संसद में गौ माता को राष्ट्र माता बनाने का विधेयक रखा जिसे सर्व सम्मति से स्वीकार किया गया। शनिवार को अन्य सांसदों का शपथ ग्रहण होगा और पुनः 12 बजे से गौ संसद का आरंभ होगा जिसमें आज पटल पर रखे गये विधेयक पर सदन में खुली चर्चा होगी।
उल्लेखनीय है कि आज से आरंभ गौ सांसद सत्र छह अगस्त को महत्वपूर्ण निर्णयों के साथ समाप्त होगा।