जबलपुर। बेटे की प्रेमिका से परेशान होकर एक पिता ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। घटना पनागर थाना के ग्राम निभौरा की है। रामकुमार पटेल (52) ने आत्महत्या करने से पहले लिखे नोट में सुसाइड करने की वजह भी बताई है। इसमें एक महिला सहित छह लोगों की आत्महत्या के लिए जिम्मेदार बताया है।
ग्राम निभौरा में रहने वाले रामकुमार पटेल के पुत्र राजेश पटेल के पड़ोस के गांव छत्तरपुर में रहने वाली आदिवासी समाज की महिला के साथ प्रेम संबंध हैं। जब ये बात समाज के लोगों को लगी तो उन्होंने राजकुमार के परिवार को अपनी जाति से बाहर कर दिया। उनका कहना था कि तुम्हारे बेटे के दूसरी जाति की महिला से संबंध हैं। इसलिए तुम्हें जाति से बाहर किया जाता है, अब तभी समाज में वापस आ सकते हो जब गांव के लोगों का खाना-पीना होगा। इसके आलावा दो लाख रुपए भी देना होंगे। रामकुमार ने समाज के लोगों का खाना-पीना करवाने के लिए थोड़ा समय मांगा था। इस बीच राजेश काम करने के लिए दिल्ली चला गया। गुरुवार की सुबह रामकुमार ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली।
सुसाइड नोट में ये लिखा
सेवा में श्रीमान थाना प्रभारी पनागर, जिला जबलपुर विषय-राज वती गौड़ हमको धमकी देकर 2 लाख रुपए मांग रही है, और गांव वाले 5 आदमी भी उसकी मदद से 2 लाख रुपए मांग रहे है। जिनके नाम फूल सिंह लोधी, गोवर्धन लोधी, शिव नाथ लोधी और चाटू साहू… हम गरीब कहां से चार लाख रुपए पाएं…..
पुलिस कर रही पूछताछ
रामकुमार पटेल की मौत के बाद पनागर थाना पुलिस ने शव का पीएम करवाने के बाद परिजनों को सुपुर्द कर दिया है। एएसपी सूर्यकांत शर्मा ने बताया कि रामकुमार की मौत के मामले में मर्ग कायम कर लिया गया है। अंतिम संस्कार होने के बाद परिजनों के बयान लिए जाएंगे। मृतक के पास से जो सुसाइड नोट मिला है, उसकी भी जांच करवाई जा रही है। जिन लोगों के नाम रामकुमार ने लेटर में लिखे है उनसे भी पूछताछ की जा रही है।
रामकुमार पटेल के भांजे गुड्डू पटेल का कहना है कि राजेश पटेल अपने परिवार से अलग रहता है। वह दिल्ली या भोपाल में मजदूरी करता है। वह कहां है और क्या कर रहा है ये जानकारी उसके पिता रामकुमार को भी नहीं रहती। बीते एक माह से गांव के फूल सिंह लोधी और उनके साथ रहने वाले लोग घर आकर यह धमकी दे रहे थे कि तुम्हारे बेटे के जिस महिला के साथ प्रेम संबंध है वह दूसरी जाति की है। इसलिए तुम्हारे परिवार को समाज से बाहर किया जा रहा है। परिजनों ने यह भी आरोप लगाए है कि अभी भी धमकी दी जा रही है कि पुलिस से शिकायत वापस नहीं ली तो पूरा परिवार अंजाम भुगतने को तैयार रहे।