पन्ना ब्यूरो
पन्ना जिले में विगत एक वर्ष के दौरान लगातार सड़क हादसों में बेतहाशा वृद्धि हुई है। वहीं अमानगंज रोड़ सड़क हादसों के मामले में सबसे आगे हैं। जिले में लगभग हर दूसरे दिन कोई गंभीर सड़क हादसा होता है, जिसमें लोगों की जान जा रही है। ऐसे में लगातार हो रहे हादसों में कमी के लिए सार्थक प्रयासों की जरूरत है। उपलब्ध जानकारी के मुताबिक जिले के पवई एवं अमानगंज थाना क्षेत्र में सर्वाधिक सड़क हादसों में लोगों ने जान गवाई हैं। वहीं कोतवाली पन्ना एवं शाहनगर थाना क्षेत्र में भी हादसों की संख्या में वृद्धि देखी जा रही है। बताया जाता है कि जेके सीमेंट सहित बडे विकास कार्यो के चलते बढ़े ट्राफिक ने जिले की सड़कों को खून से लाल कर दिया है। विगत ढाई वर्षो में 392 सड़क हादसे दर्ज किए गए हैं। गत वर्ष की बात करें तो अभी 6 माह में 88 लोगों की मौंत सड़क दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। पुलिस अधीक्षक कार्यालय पन्ना द्वारा उपलब्ध कराई गई जानकारी के अनुसार जिले के आईपीसी की धारा 304ए के तहत अमानगंज थाना क्षेत्र में वर्ष 2022 में 15 एवं 2023 में 14 लोग सडक हादसे का शिकार हुए। जबकि वर्ष 2024 के 6 माह में ही 19 लोगों ने जान गंवाई। इसी क्रम में पवई थाना क्षेत्र में 2022 में 18 एवं 2023 में 21 लोगों की सड़क हादसे में मौंत हुई है। वहीं शाहनगर थाना में विगत 6 माह में ही 10 लोग असमय मौंत का शिकार हुए। जबकि वर्ष 2023 में पूरे साल में शाहनगर थाना क्षेत्र में 10 लोगों की जान गई थी। इसी क्रम में पन्ना कोतवाली क्षेत्रांतर्गत भी हादसों का ग्राफ बढ़ा है। पन्ना में वर्ष 2022 में 22 लोग हादसे में जान गंवा चुके थे, जबकि 2023 में 14 मौंतें दर्ज हुई। वहीं इस वर्ष्ज्ञ 2024 में अब तक 11 लोग सड़क हादसों का शिकार होकर जान गंवा चुके हैं। स्पष्ट है कि हादसों का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है कि ऐसे में हादसों में कमी लाने के लिए विशेष प्रयासों की जरूरत है। गौरतलब है कि सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में हादसों पर चिंता जताई गई थी और हादसों में कमी लाने के लिए कई महत्वपूर्ण काय्र किए जाने थे। लेकिन मौंके पर यह कार्य नजर नहीं आते। सडक हादसों में हो रही लगातार मौंतो के लिए अब जिम्मेदारी तय करनी चाहिए, ताकि हादसों को लेकर प्रशासन संवेदनशील हो सके।