नगर निगम ने शुरू किया स्वच्छता ऐप, स्वच्छता बनाए रखने में होगी बड़ी मदद
छिंदवाड़ा। केन्द्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 के तहत स्वच्छता ऐप नई व्यवस्था के साथ फिर शुरू किया है। इस ऐप में इस बार शहरवासी 11 तरह की शिकायतें कर सकते हैं, जिनका निराकरण सर्विस लेवल एग्रीमेंट (एसएलए) के तहत समय सीमा में नगर निगम को करना होगा। हर शिकायत के निराकरण का समय निर्धारित किया गया है। यदि समय सीमा में निराकरण नहीं हुआ तो स्वच्छता सर्वेक्षण के दौरान नम्बर कटेंगे। यदि नगर निगम शिकायतों के निराकरण में खरा उतरा तो अकेले स्वच्छता ऐप से ही सर्वेक्षण में 100 नंबर मिलेंगे। खास बात यह है कि शहरवासी गंदगी के फोटो स्वच्छता ऐप पर अपलोड कर सकेंगे और संबंधित कर्मचारी को उसका निराकरण समय सीमा में करना होगा।
तत्काल हो रहा समस्याओं का निराकरण
स्वच्छता ऐप डाउनलोड करने के बाद शहरवासी इस पर 11 तरह की शिकायतें दर्ज करा सकते हैं। इनमें गार्बेज डंप, कचरा वाहन न आना, झाडू न लगना, मृत मवेशी पड़े होना, पब्लिक टॉयलेट साफ न होना, पब्लिक टॉयलेट जाम होना, पब्लिक टॉयलेट में पानी सप्लाई न होना, पब्लिक टॉयलेट में बिजली न होना, गंदे डस्टबिन, खुले में शौच, पेशाब करना व सीवेज से जुड़ी समस्याओं को भी शामिल किया गया है।
मोबाइल पर ही नजर आएगी लोकेशन
मिनिस्ट्री ऑफ हाउसिंग एंड अर्बन अफेयर्स की ओर से इस बार स्वच्छता ऐप में कई चीजों को जोड़ा गया है। जैसे आपको कहीं कोई गार्बेज वल्नरेबल पॉइंट (जीवीपी) नजर आया, लेकिन उसके जीन अथवा वार्ड का नंबर नहीं पता है, तो उस जीवीपी की तस्वीर फोन से क्लिक कर ऐप में अपलोड करें तो उस लोकेशन की जियो टैगिंग खुद नजर आने लगेगी।
मंत्रालय ने इसलिए जोड़ा
शहरी विकास मंत्रालय ने स्वच्छता ऐप में यह भी जोड़ा गया है कि यदि किसी ने कचरा नहीं उठने की शिकायत की तो निगमकर्मी को सफाई करने के बाद स्पॉट की साफ फोटो ऐप पर अपलोड करनी होगी। तभी वह शिकायत निराकृत मानी जाएगी। यदि कोई शिकायत से संतुष्ट नहीं है, तो वह शिकायत को री-ओपन भी कर सकता है।