32 फ्लैट की बिल्डिंग में देना होगा शुल्क
दिसंबर तक काम हो जाएगा पूरा
नवभारत न्यूज़
इंदौर. आईडीए योजना 136 में सीनियर सिटीजन के आवास की बिल्डिंग को लेकर संशय की स्थिति में है. इसकी वजह यह है कि उक्त बिल्डिंग को किस आधार पर संचालित करे? क्योंकि आईडीए ने इसे सीनियर सिटीजन को बचे जीवन में सम्पूर्ण सुविधा देने के लिए बनाया है. उनके ना रहने पर किसी अन्य को उक्त फ्लैट आवंटित कैसे करेंगे? ऐसे सवालों का मंथन चल रहा है. इसके लिए आईडीए सीनियर सिटीजन से सुविधा का शुल्क भी लेगा.
आईडीए ने योजना 136 में 16.36 करोड़ की लागत से सीनियर सिटीजन के लिए सर्व सुविधा युक्त फ्लैट बनाएं है. जी+ सिक्स फ्लोर के बिल्डिंग में सीनियर सिटीजन को एनिमिटी, साइको थैरेपी, फिजियोथेरेपी और कोर्ट यार्ड जैसी सुविधाएं मिलेगी. छह मंजिला बिल्डिंग में कुल 32 फ्लैट है, जिसमें 20 फ्लैट दो बेडरूम और 12 फ्लैट एक बेडरूम के है. साथ ही छह दुकानें और डॉक्टर से लेकर क्लब हाउस के साथ इंटरटेनमेंट की सुविधा रहेगी. उक्त सीनियर सिटीजन बिल्डिंग का काम दिसंबर में पूरा हो जाएगा.
आईडीए की चिंता
उक्त बिल्डिंग को लेकर आईडीए की चिंता और संशय यह है कि इसको किस आधार पर संचालित करेंगे? मामला सीनियर सिटीजन का है. इसलिए आईडीए ने मुंबई सहित सीनियर सिटीजन के लिए संचालित करने वाले एनजीओ और संस्थाओं से संपर्क करने का निर्णय लिया है.
बिल्डिंग में देना होगा शुल्क
आईडीए उक्त फ्लैटों को किराए के साथ दी जाने वाली सुविधाओं का शुल्क लेगा, जिसके माध्यम से सभी सुविधाए उपलब्ध होगी.
सीनियर सिटीजन बिल्डिंग का कॉन्सेप्ट
आईडीए को उक्त बिल्डिंग बनाने की योजना के पीछे वे सीनियर सिटीजन है, जिनके बच्चें विदेशों में है, या पारिवारिक विवाद में अलग रहते है अथवा जिनका कोई नहीं है. इसमें नौकरी से रिटायर होने से लेकर सभी केटेगरी के लोग शामिल होंगे, जो सीनियर सिटीजन है. इसके अलावा कोई अन्य व्यक्ति उक्त बिल्डिंग में पात्र नहीं होगा.