सिंगरौली :चितरंगी विकास खण्ड के खैरा पंचायत अंतर्गत ग्राम फुलकेश में करीब 1 करोड़ रूपये के अधिक लागत से हाल ही में सामुदायिक भवन का निर्माण कार्य हुआ। लेकिन लोकार्पण के पहले ही करोड़ रूपये के इस सामुदायिक भवन में जगह-जगह दरारें पड़ने लगी हैं। जिसकों लेकर उक्त गांव के ग्रामीणों ने क्रियान्वयन एजेंसी एनसीएल को घेरते हुये कई सवाल किया है।खैरा पंचायत के ग्राम फुलकेश में ग्रामीण जनों के मांग के अनुरूप पिछले वर्ष तत्कालीन सांसद रीति पाठक के प्रयास से सामुदायिक भवन बनाए जाने की मंजूरी एनसीएल परियोजना अमलोरी के सीएसआर मद से मिली थी। जहां सामुदायिक भवन के निर्माण कार्य की लागत तकरीबन 1 करोड़ रूपये से अधिक है। बताया जाता है कि निर्माण कार्य के दौरान ही गुणवत्ता विहीन को लेकर एनसीएल प्रबंधक के यहां भी शिकायत किया था।
इसके बावजूद भी एनसीएल प्रबंधन ने उक्त शिकायत को नजरअंदाज कर दिया था। आरोप है कि एनसीएल प्रबंधन के द्वारा उक्त शिकायतों को नजरअंदाज कर देना भारी पड़ रहा है। यदि उक्त निर्माण कार्य के दौरान एनसीएल के जिम्मेदार अधिकारी संविदाकार पर दबाव बनाए होते तो शायद लोकार्पण के पहले उक्त भवन में जगह-जगह दरारें न पड़ती। कई ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि सामुदायिक भवन कमीशनखोरी के भेंट चढ़ गई है। इसीलिए गुणवत्ता विहीन कार्य होने के कारण भवन में एक-दो नही बल्कि कई जगह दरारें पड़ी हैं। फिलहाल सामुदायिक भवन में लोकार्पण के पहले ही जगह-जगह कई दिवाल के्रक होने पर ग्रामीणों ने इसे गुणवत्ता विहीन कार्य बताकर एनसीएल के अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुये कलेक्टर का ध्यान आकृष्ट कराकर इसकी जांच कराए जाने की मांग की है।
भवन की लोकार्पण कराने की बन रही योजना
जानकारी के मुताबिक करोड़ों रूपये की लागत से नवनिर्मित सामुदायिक भवन के लोकार्पण कराने की अंदर ही अंदर योजना चल रही है। जहां फुलकेश गांव के कई ग्रामीणों ने इसपर आपत्ति जताते हुये कहा है कि पहले इसकी जांच हो। इसके बाद सामुदायिक भवन का लोकार्पण हो। भवन एक दिन के लिए नही बना है। ग्रामीण सुखसैन नाई, त्रिवेणी केवट, समारू कोल, अमृतलाल कोल सहित अन्य ग्रामीणों ने कहां है कि सामुदायिक भवन बनने से लोगों में खुशी है। लेकिन शादी-विवाह सहित अन्य कार्यक्रम को कराने के लिए अच्छा स्थान है। पूर्व सांसद के प्रयास से यह भवन मंजूर हुआ था। लेकिन घटिया निर्माण कार्य के कारण जगह-जगह दरारें पड़ गई है। इसकी विधिवत जांच हो, तभी लोक ार्पण होना चाहिए। ग्रामीणों ने वर्तमान सांसद का भी इस ओर ध्यान आकृष्ट कराया।