लखुंदर नदी की जर्जर पुलिया पर लगाए पैबंद
नवभारत : खबर का असर, जिम्मेदारों ने किया पैंचवर्क
नलखेड़ा: गड्ढों से छलनी लखुंदर नदी की पुलिया पर आखिरकार जिम्मेदारों ने पैबंद लगा ही दिए. जर्जर पुलिया की दुर्दशा को लेकर नवभारत ने 15 जुलाई के अंक में ‘गड्ढों से छलनी हुई लखुंदर नदी की पुलिया’ शीर्षक से प्रमुखता से समाचार प्रकाशित किया था, जिसके बाद जिम्मेदार हरकत में आए और सोमवार को पुलिया पर पैंचवर्क किया गया.
बता दें वर्षों पुरानी यह पुलिया रखरखाव के अभाव में बेहद जीर्ण-शीर्ण अवस्था में पहुंच चुकी है. सूत्रों के अनुसार इस पुलिया का विभाग के द्वारा लगभग पांच महीने पहले चार लाख से पेंचवर्क कार्य कराया गया था. इस पुलिया की रिपेयरिंग भी करवाई और सडक़ के गड्ढे भी भरवाए गए थे, लेकिन इसमें पुन: वापस बड़े-बड़े गड्ढे हो गए थे. जब भी कोई महत्वपूर्ण आयोजन नगर में होता है, तब इस पुल पर अस्थायी मरम्मत कर दी जाती है. जो कुछ दिन में ही उखड़ जाती है. पुलिया की ऊपरी सतह पर जहां गड्ढे ही गड्ढे हो गए थे. वहां जिम्मेदार गड्ढों को भरने के लिए ध्यान ही नहीं दे रहे थे. इसी मामले को नवभारत ने 15 जुलाई के अंक में प्रमुखता से प्रकाशित कर जिम्मेदारों का ध्यान इस ओर आकर्षित कराया, जिसके बाद जिम्मेदार हरकत में आए और पुलिया पर पैबंद लगाए.
नलखेड़ा को प्रमुख शहरों से जोड़ती है ये पुलिया
उल्लेखनीय है कि यह पुलिया कानड़-नलखेड़ा, नलखेड़ा-आमला, नलखेड़ा-मोड़ी आदि प्रमुख मार्गों से नगर को जोड़ती है. नगर का अधिकांश यातायात इसी पुलिया से जुड़ा हुआ है. अति व्यस्ततम और भारी यातायात का दबाव इस पुलिया पर बना रहता है. भारी लोडिंग वाहन भी इसी पुलिया से अधिकांशत: होकर गुजर रहे हैं. विगत कई वर्षों से आवागमन का भार सहने वाली इस पुलिया के रखरखाव का जिम्मा लोक निर्माण विभाग के सेतु निगम पर है, लेकिन इतने वर्षों बाद भी संबंधित विभाग द्वारा औपचारिकता निभाने के सिवाय किसी भी प्रकार का रखरखाव नहीं किया गया है. वर्तमान समय में पुलिया की स्थिति बेहद खस्ताहाल हो गई है, जिसे बार-बार पैंचवर्क कर आवागमन लायक बनाया जा रहा है.
बार-बार भ्रष्टाचार की परत चढ़ा देते है
बता दें पुलिया की ऊपरी सतह पर बड़े-बड़े गड्ढे हो जाते हैं. जिन पर संबंधित विभाग समाचारों के प्रकाशन के बाद वर्ष में एक दो बार भ्रष्टाचार की परत चढ़ा देता है. पुलिया के दोनों किनारों पर लगी लोहे की रेलिंग भी कई स्थानों पर उखड़ चुकी है. नगर की जीवनदायिनी लखुंदर नदी के किनारे कई दशकों पूर्व बनी बड़ी पुलिया इन दिनों मरम्मत की मोहताज हो चली है.
भक्तों को होती है असुविधा
नलखेड़ा में विश्व प्रसिद्ध मां बगलामुखी का मंदिर स्थित है. नवरात्रि सहित वर्षभर दूर-दूर से श्रद्धालु बड़ी संख्या में इसी पुलिया से होकर मंदिर तक पहुंचते हैं, लेकिन गड्ढों से सनी इस पुलिया पर राहगीरों को काफी असुविधाओं का सामना करना पड़ता है. इस मार्ग पर डामरीकरण की दरकार है, लेकिन जिम्मेदार हर बार पैबंद लगाकर खानापूर्ति कर देते हैं.