हैदराबाद, 12 जुलाई (वार्ता) केंद्रीय इस्पात एवं भारी उद्योग मंत्री एच. डी. कुमारस्वामी ने यहां केंद्रीय सार्वजनिक उपक्रम राष्ट्रीय खनिज विकास निगम (एनएमडीसी) के मुख्यालय में कंपनी के शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक की और उन्हें 2030 तक सालाना 10 करोड़ टन अयस्क उत्पादन के लक्ष्य को हासिल करने के लिये प्रोत्साहित किया।
कंपनी की ओर से शुक्रवार को जारी विज्ञप्ति के अनुसार श्री कुमारस्वामी ने भारी उद्योग राज्य मंत्री भूपतिराजू श्रीनिवास वर्मा के साथ कल यहां एनएमडीसी के मुख्य कार्यालय का दौरा किया और एनएमडीसी की भविष्य की योजनाओं, कंपनी की सामाजिक पहलों और चुनौतियों की समीक्षा की। बैठक में कंपनी के अध्यक्ष एवं प्रबध निदेशक (अतिरिक्त प्रभार) अमिताभ मुखर्जी, कार्यकारी निदेशकों और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।
विज्ञप्ति के अनुसार श्री कुमारस्वामी ने एनएमडीसी की उपलब्धियों की सराहना करते हुये कंपनी की महारत्न बनने की यात्रा में अपना विश्वास व्यक्त किया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत के सपने को पूरा करने के लिये एनएमडीसी के अधिकारियों को 2030 तक 10 करोड़ टन वार्षिक उत्पादन के अपने लक्ष्य के लिये प्रतिबद्ध रहने के वास्ते प्रोत्साहित किया।
भारी उद्यम राज्य मंत्री मंत्री श्री वर्मा ने एनएमडीसी कर्मचारियों को संबोधित करते हुये कहा कि इस्पात मंत्रालय उत्पादन और लाभ बढ़ाने के लिये इस्पात क्षेत्र के सार्वजनिक उद्यमों के प्रयासों को बढ़ावा दे रहा है। उन्होंने कहा कि
एनएमडीसी कंपनियों की अयस्क की मांगों को पूरा करते हुये लौह और इस्पात उद्योग की छोटी इकाइयों के उत्थान में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
एनएमडीसी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री मुखर्जी ने कहा,“ एनएमडीसी सामाजिक विकास पर सकारात्मक बल देने के साथ वैश्विक पर्यावरण के अनुकूल खनन कंपनी के रूप में उभरने के लिये दृढ़ प्रतिज्ञ है। हम एक ऐसे भविष्य की ओर बढ़ रहे हैं, जहां भारतीय खनन प्रगति, नवाचार और जिम्मेदारी का पर्याय बनेगा।”