कलेक्टर ने निर्माण कार्यों एवं विद्यालयों का निरीक्षण किया
शाजापुर, 11 जुलाई. कलेक्टर सुश्री ऋजु बाफना ने गत दिवस विभिन्न ग्रामों का भ्रमण कर चल रहे निर्माण कार्यों एवं विद्यालयों का निरीक्षण किया. इस दौरान जिला पंचायत सीईओ संतोष टैगोर, कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विजय सिंह चौहान, सीएमएचओ डॉ. अजय साल्विया भी उपस्थित थे.
कालीसिंध में कलेक्टर सुश्री बाफना ने निर्माणाधीन स्वास्थ्य केन्द्र का निरीक्षण किया. कलेक्टर ने इस दौरान उपस्थित तहसीलदार रमेश पंवार को निर्देश दिए कि वे स्वास्थ्य केन्द्र के आसपास की शासकीय भूमि अतिक्रमण से मुक्त कराएं और सीमांकन कराकर स्वास्थ्य केन्द्र को बाउंड्रीवॉल बनाने के लिए दें. यहां कलेक्टर ने एनआरजीएस के तहत निर्माणाधीन निर्मलनीर कूप एवं श्मशान घाट का निरीक्षण कर पौधरोपण किया. कालीसिंध में ही स्थानीय ग्रामीणों से चर्चा के दौरान कलेक्टर ने युवाओं के लिए लायब्रेरी बनाने के निर्देश दिए. साथ ही खेल मैदान के लिए तहसीलदार को कलेक्टर ने जमीन उपलब्ध कराने के लिए कहा.
कलेक्टर ने जताई नाराजगी…
सुंदरसी में मिहीर भोज सीएम राईज विद्यालय के निरीक्षण में कलेक्टर ने आईसीटी लेब का निरीक्षण किया. आईसीटी लेब को प्रभारी प्राचार्य द्वारा संचालित नहीं कर पाने पर कलेक्टर ने नाराजगी व्यक्त की और व्यवस्थाओं में सुधार करने के निर्देश दिए. इसके उपरांत कलेक्टर ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सुन्दरसी का गहन निरीक्षण किया. इस दौरान कलेक्टर ने दवाईयों की उपलब्धताए मरीजों को दी जाने वाली सुविधाओं, एनसीडी एवं एएनसी क्लिनिक का निरीक्षण किया. इसके साथ ही कलेक्टर ने प्रसुति कक्ष का भी गहन निरीक्षण किया.
वेतन काटने के निर्देश
शा.प्रा.वि.रतनपुरा के निरीक्षण में प्रधानाध्यापक द्वारा बच्चों को समुचित गुणवत्तायुक्त शिक्षा नहीं देने तथा बच्चों के पंजीयन बढ़ाने और उपस्थिति शत-प्रतिशत करने पर प्रधानाध्यापक द्वारा ठोस प्रयास नहीं करने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए प्रभारी प्रधानाध्यापक सहायक शिक्षक बनेसिंह चांदना एवं प्राथमिक शिक्षक विष्णु बड़ोनिया के वेतन काटने के निर्देश दिए. वहीं शा.प्रा.वि. जोरापुर का भी निरीक्षण किया. यहां भी बच्चों में शैक्षणिक गुणवत्ता की स्थिति कमजोर रहने पर यहां के अध्यापक राधेश्याम धामनिया के वेतन काटने एवं अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के निर्देश दिए. कलेक्टर ने डीपीसी को निर्देश दिए कि जो विद्यालय सी केटेगरी में हैं, उनके लिए एफएलएन प्रशिक्षण सत्र आयोजित कर शिक्षकों की परीक्षा लें. परीक्षा में अनुत्तीर्ण होने वाले शिक्षकों के विरूद्ध कार्रवाई करें.