21 लाख बच्चों में दिखा लक्ष्य हासिल करने का उमंग 

  • 9306 स्कूलों में आयोजित हो रहा उमंग कार्यक्रम  
  • शिक्षा एवं स्वास्थ्य विभाग कर रहे संयुक्त संचालन

 नवभारत प्रतिनिधि

भोपाल, 9 जुलाई. स्कूल शिक्षा विभाग समेत समग्र शिक्षा अभियान, माध्यमिक शिक्षा और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संयुक्त रूप से मिलकर उमंग स्कूल हेल्थ एवं वैलनेस कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के 21 लाख बच्चों में लक्ष्य हासिल करने में उमंग दिखा. 9306 हाई एवं हायर सेकेन्डरी स्कूलों में संचालित कार्यक्रम का उद्देश्य छात्र-छात्राओं में जीवन कौशल को विकसित करना, ताकि वे अपने लक्ष्यों को आसानी से प्राप्त कर सकें और बेहतर स्वास्थ्य के लिये उचित निर्णय ले सकें.

खास बात ये है कि यह कार्यक्रम स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह के मार्गदर्शन में चल रहा है, जिसका फायदा 21 लाख छात्र-छात्राओं को मिलने लगा. उमंग के बेहतर क्रियान्वयन के लिये 52 राज्य स्तरीय, जिलास्तर पर 427 और प्रत्येक स्कूल में 2 शिक्षकों को आरोग्य दूत बनाया है. कार्यक्रम में कक्षा 9 से 12 तक के छात्र-छात्राओं के लिये उनकी आयु के अनुरूप अलग-अलग उमंग मॉडयूल तैयार किया है. मॉडयूल में मुख्य रूप से स्व-जागरूकता, पोषण, जेडंर हिंसा, कम उम्र में विवाह, यौन उत्पीडऩ, घरेलू हिंसा, सायबर सेफ्टी जैसे गंभीर मुद्दों को शामिल किया गया है. इन मुद्दों के जरिये छात्र-छात्राएं समझ सकें कि उनके लिये क्या सही है और क्या गलत?

स्वास्थ्य पर विशेष फोकस

उमंग कार्यक्रम के जरिये स्कूल में पढऩे वाले किशोर-किशोरियों के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. छात्र-छात्राओं को आयरन फोलिक टेबलेट, स्वास्थ्य जांच, पोषण संबंधी जांच नियमित रूप से की जा रही है. इसके साथ ही छात्राओं को सेनेटरी पेड, माहवारी के दौरान स्वच्छता और सुरक्षित प्रबंधन की जानकारी दिये जाने की विशेष व्यवस्था की है. स्कूलों को तम्बाकू मुक्त बनाने पर विशेष जोर दे रहे है.

उमंग कार्यक्रम की सराहना

उमंग कार्यक्रम से लगातार मिल रहे सकारात्मक परिणामों की राज्य सरकार स्तर पर प्रत्येक मंच पर सराहना की गई है. इस कार्यक्रम को पुरूस्कृत भी किया गया है. उमंग कार्यक्रम के यु-ट्यूब पर 25 लाख से अधिक व्यूज और 9 लाख से अधिक सकारत्मक फीडबैक विद्यार्थियों की ओर और 38 हजार से अधिक फीडबैक शिक्षकों से प्राप्त हुए है. विद्यार्थियों में बालिकाओं और महिलाओं के प्रति सम्मान विकसित करने के उद्देश्य से 10 पोस्टर निर्मित किए गए है. यह पोस्टर्स नारी के प्रति सम्मान की भावना पैदा करने में सहायक सिद्ध हो रहे है. उमंग कार्यक्रम की विभागीय अधिकारियों द्वारा लगातार समीक्षा भी की जा रही है.

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