नयी दिल्ली (वार्ता) भारत सितंबर महीने में विश्व दूरसंचार मानकीकरण सभा आउटरीच सत्र के साथ-साथ 5जी/6जी और उभरती हुई प्रौद्योगिकी हैकथॉन की मेजबानी करेगा।
इस पहल का उद्देश्य अगली पीढ़ी की दूरसंचार प्रौद्योगिकियों की सीमाओं का पता लगाने के लिए नवोन्मेषकों, उद्योग के नेताओं और शिक्षाविदों को एक साथ लाना है। डब्ल्यूटीएसए 2024 का आयोजन 15 से 24 अक्टूबर 2024 तक नई दिल्ली में किया जाएगा, जो 5जी और 6जी नेटवर्क की उन्नति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह वैश्विक प्रौद्योगिकी परिदृश्य में देश के बढ़ते महत्व को भी दर्शाता है। डब्ल्यूटीएसए एक चतुर्भुज कार्यक्रम है और आईटीयू (अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ) मानकीकरण क्षेत्र के शासी सम्मेलन के रूप में कार्य करता है। यह अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ द्वारा आयोजित तीन विश्व सम्मेलनों में से एक है, जो संयुक्त राष्ट्र प्रणाली के भीतर एक इकाई है। यह आयोजन वैश्विक दूरसंचार मानकों को निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जिससे भारत द्वारा डब्ल्यूटीएसए की मेजबानी एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर बन जाती है।
इसके अलावा, कार्यक्रम से पहले एक हैकथॉन डेवलपर्स को विभिन्न समाधानों को प्रदर्शित करने के लिए एक मंच प्रदान करेगा। इसके अतिरिक्त दूरसंचार विभाग उसी स्थान पर भारतीय मोबाइल कांग्रेस 2024 का आयोजन करेगा, जो 15 से 19 अक्टूबर, 2024 तक निर्धारित है। इस वर्ष, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्वांटम तकनीक और सर्कुलर इकोनॉमी पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा, साथ ही 6जी, 5जी यूज़-केस शोकेस, क्लाउड और एज कंप्यूटिंग, आईओटी , सेमीकंडक्टर, साइबर सुरक्षा, ग्रीन टेक, सैटकॉम और इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण पर भी ध्यान केंद्रित किया जाएगा।