विजयवाड़ा, 03 जुलाई (वार्ता) आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने बुधवार को अधिकारियों को राज्य में मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए सभी उपाय करने के निर्देश दिए।
श्री नायडू ने यहां अमरावती के सचिवालय में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, नगर निगम और पंचायत राज के अधिकारियों के साथ बैठक की और मौसमी बीमारियों के प्रकोप को रोकने के लिए उठाए गए कदमों की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों से सर्वोत्तम परिणाम प्राप्त करने के लिए सर्वोत्तम प्रथाओं को लागू करने को कहा।
अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि इस मौसम में राज्य में अब तक डायरिया के 60 मामले सामने आए हैं, जिनमें से छह गांवों में 35 मामले सक्रिय हैं।
अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि इस मौसम में अब तक राज्य में डायरिया से नौ लोगों की मौत हो चुकी है। उन्होंने श्री नायडू को बताया कि ये सभी लोग दूषित पानी पीने के कारण डायरिया से पीड़ित हुए हैं। अधिकारियों ने बताया कि वे डेंगू और मलेरिया के भय को रोकने के लिए कार्ययोजना पर काम कर रहे हैं और बुखार के मामलों की नियमित निगरानी कर रहे हैं तथा उच्च जोखिम वाले मामलों पर विशेष ध्यान दे रहे हैं।
उन्होंने मुख्यमंत्री को बताया कि डेंगू और चिकनगुनिया के निदान के लिए सभी सरकारी अस्पतालों में रैपिड टेस्ट उपलब्ध कराए गए हैं।
श्री नायडू ने अधिकारियों को आदेश दिया कि वे सुनिश्चित करें कि ग्रामीण क्षेत्रों और कस्बों में शुद्ध पानी की आपूर्ति की जाए। उन्होंने मच्छरों के खतरे को खत्म करने के लिए व्यापक कदम उठाने के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को मौसमी बीमारियों से पीड़ित होने की अधिक संभावना है और उन्हें इन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करने के निर्देश दिए।
नगर प्रशासन मंत्री पी नारायण ने कहा कि 14 लाख रुपये का बकाया भुगतान नहीं किए जाने पर जल गुणवत्ता जांच प्रयोगशाला में सेवाएं बंद कर दी गई थीं। उन्होंने कहा कि बकाया राशि का तुरंत भुगतान किया गया और सेवाएं फिर से शुरू कर दी गईं। बैठक में स्वास्थ्य मंत्री सत्यकुमार यादव और विभिन्न विभागों के अधिकारी शामिल हुए।