नयी दिल्ली 03 जुलाई (वार्ता) अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) के एक प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण तथा ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात कर उन्हें कृषि शिक्षा में सुधार संबंधी विभिन्न मांगों के लिए एक ज्ञापन दिया।
अभाविप के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने श्री चौहान से नए शैक्षणिक संस्थान खोलने, वर्तमान के विभिन्न कृषि शिक्षा संस्थानों के बुनियादी ढांचे में सुधार, कृषि शिक्षा के मानकों में सुधार , कृषि अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए शीघ्रता से प्रयास, कृषि विषय की पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों के लिए वर्तमान की आवश्यकताओं के अनुरूप अवसरों के सृजन, कृषि उच्च शिक्षा के मानकों में एकरूपता, कृषि उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के लिए प्रयास करने जैसे बिंदु रखें हैं।
श्री शुक्ल ने कहा कि देश का कृषि क्षेत्र बड़ी आबादी की आजीविका का साधन है। देश में कृषि शिक्षा में शीघ्रता से सुधार, कृषि शिक्षा के लिए सभी राज्यों में उच्च गुणवत्तायुक्त शैक्षणिक संस्थानों का निर्माण जैसे विभिन्न प्रयासों की आवश्यकताओं से अभाविप ने श्री चौहान को अवगत कराया है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी परिषद आशा करती है कि केन्द्र सरकार तथा राज्य सरकारें कृषि शिक्षा तथा कृषि से संबंधित विषयों पर शीघ्रता से सुधारात्मक प्रयास करेगी।
अभाविप की राष्ट्रीय मंत्री शिवांगी खरवाल ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार कृषि एवं इससे संबंधित उप-क्षेत्रों जैसे बागवानी, डेयरी प्रौद्योगिकी, खाद्य प्रौद्योगिकी, मत्स्य पालन, जैव प्रौद्योगिकी, कृषि इंजीनियरिंग, रेशम उत्पादन आदि विषयों के पाठ्यक्रम को विभिन्न मातृभाषा में अनुवाद करने हेतु विषय विशेषज्ञों की समितियों को त्वरित गठन करने की आवश्यकता है।
प्रतिनिधिमंडल में श्री शुक्ल, राष्ट्रीय मंत्री वीरेन्द्र सोलंकी, राहुल राणा, बुद्धदेव बाघ, शिवांगी खरवाल, शालिनी वर्मा, अंकित शुक्ल, श्रवण बी राज, अभाविप दिल्ली प्रदेश मंत्री हर्ष अत्री तथा दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ अध्यक्ष तुषार डेढ़ा उपस्थित रहे।