नयी दिल्ली, (वार्ता) भारतीय रिज़र्व बैंक ने सोमवार को कहा कि 2000 रुपये के 97.87 प्रतिशत नोट उसके पास वापस आ गए हैं। ये नोट वैध मुद्रा बने रहेंगे।
रिजर्व बैंक ने एक विज्ञप्ति में कहा कि 19 मई को कारोबार की समाप्ति पर 2000 रुपये के बैंक नोटों का कुल मूल्य 3.56 लाख करोड़ रुपये था। अब 28 जून को कारोबार की समाप्ति कुल 7581 करोड़ रुपये के 2000 रुपये के नोट चलन में रह गए थे।
रिजर्व बैंक ने कहा है कि 2000 रुपये के बैंकनोट वैध मुद्रा बने रहेंगे।
केंद्रीय बैंक ने दिनांक पिछले वर्ष 19 मई को 2000 रुपये मूल्यवर्ग के बैंकनोट चलन से वापस लेने की घोषणा की घोषणा की थी और लोगों ने नोट बैंकों और रिजर्व बैंक की शाखाओं में नियमानुसार वापस जमा करने या बदलवाने का अवसर दिया है।
2000 रुपये के बैंकनोटों को जमा करने और/ या बदलने की सुविधा 7 अक्तूबर 2023 तक देश की सभी बैंक शाखाओं में उपलब्ध थी।
गत नौ अक्टूबर 2023 से, भारतीय रिज़र्व बैंक के निर्गम कार्यालय, व्यक्तियों/ संस्थाओं से उनके बैंक खातों में जमा करने के लिए भी 2000 रुपये के बैंकनोट स्वीकार कर रहे हैं। इसके अलावा, जन सामान्य अपने बैंक खातों में जमा करने हेतु देश के किसी भी डाकघर से भारतीय डाक के माध्यम से भारतीय रिज़र्व बैंक के किसी भी निर्गम कार्यालय को 2000 रुपये के बैंक नोट भेज रहे हैं।