खेल खेल में मैटी बुनाई, पेंटिंग, रंगोली, मेंहदी, लिफाफे, पेपर बैग्स बनाने का प्रशिक्षण
ग्वालियर:कोई नन्हा मुन्ना मैटी बुनाई सीख रहा है तो कुछ बच्चे कैनवास पर कूची चलाकर पेंटिंग के जरिए कल्पना के रंग भरने में जुटे हैं। उधर एक कोने में बच्चियां रंगोली बना रही हैं, मेंहदी लगाना सीख रही हैं। यहीं पर कुछ बच्चों के समूह कागज के लिफाफे, पेपर बैग, शादी के कार्ड, एलबम आदि बनाने की विधा में पारंगत हो रहे हैं। यह मनमोहक अनूठा दृश्य है सहारा सोशल वेलफेयर सोसाइटी के पटेल नगर सिटी सेंटर स्थित कार्यालय परिसर का।
दरअसल सहारा सोशल वेलफेयर सोसाइटी ने संस्था की सचिव डॉ. प्रतिभा चतुर्वेदी के संयोजन में यहां आसपास की कमजोर वर्ग की बस्तियों, झुग्गी झोपडिय़ों में रहने वाले कामकाजी महिलाओं के बच्चों व उनकी माताओं के लिए निशुल्क प्रशिक्षण शिविर लगाया गया है, जिसमें ये बच्चे व महिलाएं मैटी बुनाई, पेंटिंग, स्क्रेच, रंगोली, मेंहदी, लिफाफे, पेपर बैग्स, मैरिज कार्ड्स आदि बनाने का प्रशिक्षण अनुभवी मार्गदर्शकों के संयोजन में प्राप्त कर रहे हैं।
डॉ. प्रतिभा चतुर्वेदी ने इस प्रशिक्षण अभियान के उद्देश्यों की जानकारी देते हुए बताया कि सहारा सोशल वेलफेयर सोसाइटी का एकमेव मकसद समाज के कमजोर, वंचित व कामकाजी वर्ग के बच्चों व महिलाओं का कैरियर संवरना है। शिविर में बच्चों व महिलाओं को खेल-खेल में और बेहद सुगम, सरल ढंग से उनकी मनपसंद ऐसी विधा का प्रशिक्षण दिया जा रहा है जो उनके सुदृढ़ भविष्य निर्माण व कैरियर संवारने में काम आ सके। बड़ी संख्या में बच्चे व महिलाए उत्साह के साथ इस प्रशिक्षण शिविर का लाभ उठा रही हैं। इस शिविर के आयोजन में प्रेमलता, संध्या माथुर, अनिता, ज्योति शर्मा, सपना तोमर द्वारा भी सक्रिय सहयोग कर बच्चों व महिलाओं को मार्गदर्शन दिया जा रहा है।
देवी अहिल्याबाई के जीवन, संघर्ष पर केंद्रित चित्रकला स्पर्धा होगी 4 जुलाई को
सहारा सोशल वेलफेयर सोसाइटी द्वारा पटेल नगर, सिटी सेंटर स्थित संस्था कार्यालय पर 4 जुलाई को दोपहर 3 से 4 बजे तक पुण्य श्लोक देवी अहिल्याबाई होल्कर के जीवन, संघर्ष, व्यक्तित्व व शिक्षाओं पर केंद्रित चित्रकला स्पर्धा का आयोजन किया जाएगा। यह प्रतियोगिता दो आयु वर्ग 8 से 12 एवं 13 से 16 वर्ष के बच्चों के लिए आयोजित की जाएगी।