नयी दिल्ली, 22 जून (वार्ता) तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम लिमिटेड (ओएनजीसी) और इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल) ने विंध्य बेसिन क्षेत्र में मध्य प्रदेश के हट्टा गैस फील्ड के नज़दीक छोटे पैमाने का लिक्विफाईड नैचुरल गैस (एलएनजी) प्लांट स्थापित करने के लिए समझौता किया है।
ओएनजीसी की ओर से शनिवार को यहां जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार हट्टा एलएनजी प्लांट की स्थापना विंध्य बेसिन को श्रेणी दो से श्रेणी एक के बेसिन का दर्जा दिलाएगी।
राजधानी में दीनदयाल उर्जा भवन में आयोजित हस्ताक्षर समारोह में आईओसीएल के निदेशक (प्लानिंग एण्ड बिज़नेस डेवलपमेन्ट), सुजय चौधरी और ओएनजसी की निदेशक (अन्वेषण ) सुषमा रावत मौजूद उपस्थित थीं।
विज्ञप्ति के अनुसार प्रस्तावित संयंत्र में पारम्परिक जीवाश्म ईंधन के स्वच्छ विकल्प- एलएनजी के उत्पादन के लिए आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया जाएगा। यह प्लांट कार्बन उत्सर्जन में कमी लाने और भारत के जलवायु परिवर्तन उन्मूलन लक्ष्याें को हासिल करने में योगदान देगा।
हट्टा की यह खोज पांच दशकों के सतत अन्वेषण प्रयासों का परिणाम है। ओएनजीसी ने हट्टा क्षेत्र में अपनी सम्पत्ति के मौद्रिकरण के लिए अपनी फील्ड विकास योजना (एफडीपी) को डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ हाइड्रोकार्बन (डीजीएच) के समक्ष प्रस्तुत कर दिया है।
ओएनजीसी ने कहा है कि हट्टा में छोटे पैमाने के एलएनजी प्लांट के लिए ओएनजीसी और इंडियन ऑयल के बीच ‘प्रारंभिक करार’ देश के स्वस्थ्य विकासएवं समृद्ध भविष्य की दिशा में दूरदर्शी कदम है।
देश ऊर्जा के लिए आत्मनिर्भरता के पथ पर बढ़ रहा है, ऐसे में हट्टा का एलएनजी प्लांट हरित कल के लिए इनोवेशन, सहयोग एवं प्रतिबद्धता का प्रतीक है।