स्टेट बैंक का ‘एसएमई डिजिटल बिजनेस लोन’

स्टेट बैंक का ‘एसएमई डिजिटल बिजनेस लोन’

नयी दिल्ली 11 जून (वार्ता) देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने ‘एसएमई डिजिटल बिजनेस लोन’ की शुरुआत की है।

बैंक ने आज यहां जारी बयान में कहा कि इस तरह उसने एमएसएमई लोन के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी शुरुआत करते हुए 45 मिनट के भीतर ऋण की मंजूरी को संभव बनाया है और एक बार फिर एक नया मानक स्थापित किया है। एमएसएमई अग्रिमों को अगले पांच वर्षों में बैंक की वृद्धि और लाभप्रदता के लिए केंद्र बिंदु के रूप में पहचाना गया है और यह अभिनव उत्पाद एसएमई को 45 मिनट तक के एंड-टू-एंड टर्नअराउंड समय के साथ लोन की मंजूरी प्रदान करता है। यह पूरी प्रक्रिया पूरी तरह डिजिटल रखी गई है और इसे डिजिटलीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण छलांग माना जा रहा है।

एसएमई डिजिटल बिजनेस लोन ऋण प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने के लिए अत्याधुनिक तकनीक और एपीआई के एक मजबूत सिस्टम का लाभ उठाता है। आईटीआर, जीएसटी रिटर्न और बैंक स्टेटमेंट जैसे स्रोतों से प्रामाणिक डेटा फुटप्रिंट का उपयोग करते हुए, बैंक ने एक डेटा-संचालित क्रेडिट मूल्यांकन इंजन विकसित किया है जो बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के आवश्यक विवरण जमा करने के बाद उल्लेखनीय 10 सेकंड के भीतर स्वीकृति निर्णय प्रदान करने में सक्षम है।

इस प्रस्ताव से पारंपरिक क्रेडिट अंडरराइटिंग और लंबी मूल्यांकन प्रक्रियाओं की आवश्यकता समाप्त हो गई है, जिससे एमएसएमई ऋण देने में सरलता, तेज गति और पहुंच के एक नए युग की शुरुआत हुई है। उल्लेखनीय है कि 50 लाख रुपए तक के ऋण के लिए, एसबीआई ने वित्तीय विवरणों की आवश्यकता को समाप्त कर दिया है, इसके बजाय मूल्यांकन के लिए ट्रांजेक्शन हिस्ट्री और जीएसटी रिटर्न पर भरोसा किया है।

देश भर में लाखों एमएसएमई इकाइयों के विकास और उनकी उम्मीदों को सपोर्ट करने की अपनी मजबूत प्रतिबद्धता के साथ, एसबीआई शुरू से ही एमएसएमई ऋण क्षेत्र में अग्रणी रहा है। इस सेगमेंट को बढ़ावा देने के लिए बैंक की प्रतिबद्धता स्पष्ट है क्योंकि इसने एसएमई सेगमेंट में 20 फीसदी ऋण वृद्धि दर्ज की है और एसएमई उधारकर्ताओं को दिए गए ऋण की राशि चार लाख करोड़ रुपए को पार कर गई है। यह अभिनव पेशकश बैंक के सभी चैनलों, जैसे इसकी वेबसाइट, शाखाओं, एसएमई केंद्रों, साथ ही इंटरनेट प्लेटफार्मों के माध्यम से ग्राहकों के लिए आसानी से सुलभ होगी। इसी दिशा में और आगे बढ़ते हुए, एसबीआई का लक्ष्य आने वाले महीनों में अपने सभी सीएसपी पार्टनर टचपॉइंट्स और आउटडोर टचपॉइंट्स पर क्यूआर कोड के माध्यम से लोन की उपलब्धता का विस्तार करके पहुंच को व्यापक बनाना है।

बैंक के अध्यक्ष दिनेश खारा ने कहा, ‘‘हम एसएमई डिजिटल बिजनेस लोन के साथ इंडस्ट्री में एक नया स्टैंडर्ड कायम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जो एमएसएमई ऋण के क्षेत्र में इनोवेशन को बढ़ावा देने के हमारे निरंतर प्रयासों को दर्शाता है। हमने एमएसएमई ऋण की दुनिया में क्रांति लाने, मानवीय हस्तक्षेप को कम करने और व्यापार करने में आसानी को बढ़ाने के लिए अपने ग्राहक-केंद्रित दृष्टिकोण के साथ इनोवेशन पर फोकस किया है, विशेष रूप से उस सेगमेंट के लिए जिसे पहले उच्च लागत और मैनुअल प्रक्रियाओं से जूझना पड़ता था। अब एमएसएमई इकाइयों के समृद्ध डेटा फुटप्रिंट का लाभ उठाकर, हमारा लक्ष्य सबसे तेज़ और सबसे सहज ऋण प्रक्रिया को संभव बनाना है, जो देश में अग्रणी एमएसएमई ऋणदाता के रूप में हमारी स्थिति को और मजबूत करता है।’’

एमएसएमई पर एसबीआई का फोकस सिर्फ एसएमई डिजिटल बिजनेस लोन तक ही सीमित नहीं है। बैंक मुद्रा प्रॉडक्ट को भी डिजिटल बना रहा है और सीजीटीएमएसई कवर के तहत ऋण के लिए कोलेटरल-फ्री प्रक्रिया को स्वचालित कर रहा है। ये पहल ऋण पहुंच को व्यापक बनाने और एमएसएमई के विकास को बढ़ावा देने, आर्थिक समृद्धि और अनेक विकल्पों को बढ़ावा देने के लिए एसबीआई की प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं।

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