
इंदौर. इलाज के लिए अस्पताल लाया गया बंदी शुक्रवार सुबह वार्ड से गायब हो गया. जांच में सामने आया कि वह निर्माण कार्य के दौरान लगी मचान से उतरकर भाग निकला. मामले में पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर उसकी तलाश शुरु की.
एमवाय अस्पताल में शुक्रवार सुबह उस समय हड़कंप मच गया, जब इलाज के लिए भर्ती किया गया हत्या का आरोपी विशाल प्रजापति चौथी मंजिल से फरार हो गया. अस्पताल की चौथी मंजिल पर चल रहे निर्माण कार्य के दौरान लगाई गई मचान उसके लिए भागने का रास्ता बन गई. जब ड्यूटी पर तैनात जेल गार्ड वापस लौटा और कैदी को बेड से गायब पाया, तो तुरंत वरिष्ठ अधिकारियों और पुलिस को सूचना दी गई. कुछ ही देर में संयोगितागंज पुलिस ने अस्पताल परिसर में तलाशी अभियान शुरू कर दिया. सूत्रों ने बताया कि कुलकर्णी का भट्टा निवासी विशाल को सेंट्रल जेल से तबीयत बिगडऩे पर एमवाय अस्पताल लाया गया था. उसे वार्ड नंबर 23 में रखा था. सुबह गार्ड के कुछ देर के लिए बाहर जाने का फायदा उठाकर वह वार्ड से बाहर आया और बालकनी से मचान पकड़कर नीचे उतर गया. उसके फरार होते ही आसपास के थानों, परदेशीपुरा और बाणगंगा पुलिस को भी अलर्ट कर दिया गया है. संयोगितागंज थाना प्रभारी केपी यादव का कहना है कि रिकॉर्ड के मुताबिक, विशाल प्रजापति 2020 में हुए अर्चना डाबर हत्याकांड का मुख्य आरोपी है. श्याम नगर निवासी अर्चना का शव जनवरी 2021 में एक चैंबर से सड़े-गले हाल में बरामद हुआ था. जांच में सामने आया था कि विशाल ने अपने दोस्तों सत्यनारायण सोलंकी और शिव नंदन राठौर के साथ मिलकर अर्चना की गला घोंटकर हत्या की थी. वारदात के बाद शव को घर के पास स्थित चैंबर में फेंककर नमक और मिट्टी डाल दी गई थी. जांच में सामने आया था कि अर्चना और विशाल के बीच नजदीकियां थीं, जिससे उसकी पत्नी कविता के साथ विवाद बढ़ गया था. पुलिस का मानना है कि इसी तनाव के चलते हत्या की योजना बनाई गई थी. फरार कैदी की तलाश में पुलिस टीमें दबिश दे रही हैं और उसके संभावित ठिकानों पर नजर रखी जा रही है.
