पटना 01 जून (वार्ता) बिहार में सातवें एवं अंतिम चरण की आठ लोकसभा सीट नालंदा, पाटलिपुत्र, पटना साहिब, जहानाबाद, आरा, बक्सर, काराकाट और सासाराम (सु) में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुए मतदान में लगभग 50.56 प्रतिशत मतदाताओं ने 16634 मतदान केंद्रों पर वोट कर बारह महिला और 122 पुरुष समेत कुल 134 उम्मीदवारों के भाग्य का निर्णय आज इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में कैद कर दिया।
बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (सीईओ) एच. आर. श्रीनिवासन ने शनिवार को इन आठ संसदीय क्षेत्रों में मतदान की समाप्ति के बाद यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन में बताया कि 85 लाख एक हजार 620 पुरुष, 77 लाख दो हजार 559 महिला और 415 थर्ड जेंडर समेत कुल एक करोड़ 62 लाख चार हजार 594 मतदाताओं में से 50.56 प्रतिशत ने बारह महिला और 122 पुरुष समेत कुल 134 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करने के लिए अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
वहीं, वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में इन आठ लोकसभा सीटों पर 51.24 प्रतिशत मतदान हुआ था।
इस बार इन आठ संसदीय क्षेत्रों का मतदान प्रतिशत पिछले चुनाव के मतदान प्रतिशत के मुक़ाबले से 0.68 प्रतिशत कम है।
श्री श्रीनिवासन ने बताया कि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में पाटलिपुत्र संसदीय क्षेत्र में सबसे अधिक 55.93 प्रतिशत मतदान हुआ था और इस बार भी पाटलिपुत्र में सबसे अधिक 56.91 प्रतिशत मतदान हुआ लेकिन यह पहले की तुलना में इस बार 0.98 प्रतिशत अधिक है।
वहीं, पिछले चुनाव में पटना साहिब में सबसे कम 45.67 प्रतिशत और इस बार भी पटना साहिब में ही सबसे कम 45.00 प्रतिशत मतदान हुआ, जो पिछले चुनाव की तुलना में 0.67 प्रतिशत कम है।
सीईओ ने बताया कि इसी तरह पिछले चुनाव की तुलना में इस बार नालंदा में मतदान प्रतिशत 48.77 से 2.27 प्रतिशत घटकर 46.50, आरा में 51.77 से 3.27 प्रतिशत कम होकर 48.50 प्रतिशत रह गया।
इसी तरह बक्सर संसदीय क्षेत्र में 53.89 से 0.19 प्रतिशत घटकर 53.70, सासाराम में 54.34 से 3.34 प्रतिशत कम होकर 51.00, और जहानाबाद में 51.69 से 0.49 प्रतिशत घटकर 51.20 प्रतिशत पर आ गया।
हालांकि इस बार के चुनाव में पहले की तुलना में दो सीट पाटलिपुत्र और काराकाट में मतदान प्रतिशत में बढ़ोतरी हुई है।
काराकाट में मतदान प्रतिशत 48.98 से 4.46 प्रतिशत बढ़कर 53.44 प्रतिशत हो गया।