ग्वालियर: सर्दी का सीजन चल रहा है और दीपावली भी बीत गई लेकिन मौसम से ठंडक गायब हो गई है। बादलों की वजह से न्यूनतम तापमान 22.2 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया जो सामान्य से 4 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। इस कारण रात में ठंडक गायब हो गई। दिनभर बादल छाने से अधिकतम तापमान में हल्की गिरावट दर्ज हुई लेकिन मौसम में उसम रही। 28 अक्टूबर को ग्वालियर शहर सहित कई क्षेत्रों में बारिश की संभावना है क्योंकि बंगाल की खाडी में बने सिस्टम से नमी आएगी।
दरअसल उत्तर भारत में दो चक्रवातीय घेरे बने हुए है साथ ही पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय है। इससे अरब सागर से नमी आ रही है। नमी की वजह से शहर में बादल छा गए। बादलों ने किसानों को चिंता में डाल दिया है क्योंकि धान की फसल पक गई है और कटाई चल रही है। ऐसी स्थिति में बारिश होती है तो धान खेत में झड जाएगी साथ ही धान का रंग खराब होगा। इससे भाव प्रभावित होगा।
उत्तरी हवा भी शांत हो गई है और ठंडक घट गई है। ठंडक कम होने से रबी की फसलों को नुकसान हो सकता है।
अरब सागर व बंगाल की खाड़ी में कम दबाव के क्षेत्र विकसित हो रहे हैं। अरब सागर का सिस्टम मुंबई के पास कमजोर पड़ जाएगा। जबकि बंगाल की खाड़ी का सिस्टम आगे बढ़ेगा। इसका प्रभाव 28 अक्टूबर को ग्वालियर चंबल के आसपास दिखेगा। 28 से 30 अक्टूबर के बीच बारिश की संभावना है।
