विश्व बैंक ने रोहिंग्या शरणार्थियों के लिए 70 करोड़ अमरीकी डालर की मंजूरी दी

ढाका, 29 मई (वार्ता) विश्व बैंक के कार्यकारी निदेशक मंडल ने बंगलादेश में मेजबान समुदायों और विस्थापित रोहिंग्या आबादी दोनों को बुनियादी सेवाएं प्रदान करने और आपदा और सामाजिक लचीलापन सुनिश्चित करने के लिए कुल 70 करोड़ अमेरिकी डॉलर की दो परियोजनाओं को मंजूरी प्रदान की है।

वाशिंगटन स्थित विश्व बैंक ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि मेजबान समुदायों और विस्थापित रोहिंग्या जनसंख्या परियोजना के लिए 35 करोड़ अमेरिकी डॉलर की समावेशी सेवाएं और अवसर के लिए जबकि 35 करोड़ अमेरिकी डॉलर मेजबान और रोहिंग्या जीवन संवर्धन परियोजना के लिए बंगलादेशी मेजबान समुदायों और रोहिंग्या लोगों को एक साथ सहायता प्रदान करेंगे क्योंकि यह संकट अपने सातवें वर्ष में प्रवेश कर रहा है।

बयान के अनुसार, म्यांमार से लगभग 10 लाख विस्थापित रोहिंग्या लोग वर्तमान में बंगलादेश में रह रहे हैं।

बंगलादेश और भूटान के लिए विश्व बैंक के कंट्री डायरेक्टर अब्दुलाय सेक ने कहा,“हम लगभग 10 लाख रोहिंग्या लोगों का समर्थन करने में बंगलादेश सरकार की उदारता की सराहना करते हैं।
हम मेजबान समुदायों पर आए भारी दबाव को भी पहचानते हैं।

उन्होंने कहा,“संकट अपने सातवें वर्ष में प्रवेश करने के साथ, दीर्घकालिक योजना और स्थायी समाधान महत्वपूर्ण हो गए हैं, जबकि अल्पकालिक, तत्कालिक आवश्यकताओं को भी संबोधित करते हैं।
हम इस जटिल संकट से निपटने के लिए बंगलादेश सरकार का समर्थन करने और रोहिंग्या और मेजबान समुदायों दोनों की भलाई का समर्थन करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।

मेजबान समुदायों और विस्थापित रोहिंग्या आबादी (आईएसओ) परियोजना के लिए समावेशी सेवा और अवसर रोहिंग्या और मेजबान समुदायों में कम से कम 9,80,000 लोगों के लिए आजीविका और आवश्यक स्वास्थ्य, पोषण, परिवार नियोजन, लिंग आधारित हिंसा प्रतिक्रिया और रोकथाम सेवाओं में सक्रिय निवेश पर आधारित होगा।

यह परियोजना 12 वर्ष से कम उम्र के 3,00,000 रोहिंग्या बच्चों की शिक्षा का समर्थन करने के उद्देश्य से मानव पूंजी विकास में निवेश को प्राथमिकता देगी।

Next Post

मतगणना तिथि नजदीक आते ही फिर सियासी हलचलें तेज

Wed May 29 , 2024
० 4 जून को होनी है लोकसभा चुनाव में पड़े मतों की गणना, प्रशासनिक तैयारियां हो रही तेज नवभारत न्यूज सीधी 29 मई। लोकसभा चुनाव के लिये सीधी संसदीय क्षेत्र में 19 अप्रैल को मतदान होने के बाद से ही लोगों की निगाहें चुनाव नतीजों पर टिकी हुई हैं। अब […]

You May Like