नयी दिल्ली 23 अक्टूबर ( वार्ता) जर्मनी ने बुधवार को मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में दो मैचों की सीरीज के पहले मुकाबले में भारत को 2-0 से हराकर सीरीज में बढत बना ली।
जर्मनी ने मैच में दो गोल दागे। दोनों टीमों के लिए तीसरा क्वार्टर गोल रहित रहा, जहां जर्मनी ने शानदार डिफेंस के साथ भारतीय टीम को मैच में वापसी करने का मौका नहीं दिया और 2-0 की बढ़त बनाए रखी। जबकि भारत जर्मनी पर दबाब बनाने में नाकाम रहा और पैनेल्टी कार्नर को गोल में तब्दील करने में पूरी तरह से असफल रहा।
आज यहाँ मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में खेले गए मुकाबले के पहले क्वार्टर में भारतीय टीम ने आक्रामक शुरूआत की। भारत के आक्रामक शुरूआत के बावजूद जर्मनी ने जवाबी हमला करते हुए मैच का पहला मैदानी गोल दागते हुए बढत बना ली। जर्मनी के लिए पहल चार मिनट में हेनरिक मर्टगेन्स ने पहला फील्ड गोल दागा और उसके बाद 30वें मिनट में कप्तान लुकास विंडफेयर ने पेनल्टी कार्नर को गोल में बदलकर टीम को 2-0 की बढ़त दिलायी।
हालांकि इसके बाद दोनों टीमों को एक-एक पेनल्टी कार्नर मिले, लेकिन दोनों ही टीमें इन मौको का फायदा उठाने में विफल रही।
दूसरे क्वार्टर में भारत को पेनल्टी कार्नर मिला, लेकिन जर्मनी की रक्षा पंक्ति ने इसे विफल कर दिया। इस के बाद भारत को लगातार तीन और पेनल्टी कार्नर मिले, लेकिन भारतीय टीम इन मौकों को भुनाने में पूरी तरह से विफल रही। इस के बाद भारत को पेनल्टी स्टोक मिला पर कप्तान हरमन प्रीत सिंह उसे गोल में तब्दील नहीं कर पाए।
इसके बाद जर्मनी ने दूसरे क्वार्टर में मिले पेनल्टी कार्नर को गोल में तब्दील कर टीम को 2-0 से बढत दिलायी। इसके बाद तीसरे और चौथे क्वार्टर में कोई गोल नहीं हुआ। इस दौरान भारत को दो और जर्मनी को एक और पेनल्टी कार्नर मिला पर दोनों टीम इन मौकों को गोल में परिवर्तित नही कर पाई। जर्मनी ने मैच जीत लिया।
भारत को मैच में कुल आठ पेनल्टी कार्नर और एक पेनल्टी स्टोक मिला जिसे टीम गोल में बदलने पर नाकाम रही। जबकि जर्मनी को तीन पेनेल्टी कार्नर मिले और उसने एक पेनेल्टी कार्नर को गाेल में बदल दिया।
दो मैचों की सीरीज में जर्मनी 1-0 से आगे हो गयी है। दूसरा मैच गुरुवार को अपराह्न तीन बजे इसी मैदान में खेला जायेगा।