विदिशा: करीब 30 लाख की लागत से बने जिला पशु चिकित्सा कार्यालय की इमारत आधे से ज्यादा चोरी हो गई है. न तो इसका रख रखाव किया गया और न ही देख रेख की गई. जिसके चलते यह बनने के बाद ही खण्डर हो चुकी है और इसका आधे से ज्यादा सामान चोरी हो गया है. इसकी जानकारी कलेक्टर से लेकर जिले के प्रभारी मंत्री तक को दी गई थी. जिसके बाद मामला ठंडे बस्ते में चला गया था. रविवार की दोपहर खण्डर हो चली इमारत का काम शुरू हो गया है. यह निर्माण कार्य कौन करा रहा है इसकी जानकारी जिम्मेदार अधिकारियों को नहीं है.
कलेक्टोरेट कैंपस में जिला पंजीयक कार्यालय के पास करीब 10 साल पहले जिला पशु चिकित्सा कार्यालय का निर्माण कार्य शुरू किया गया था. इस भवन के निर्माण की जिम्मेदारी पीडब्लूडी और हाऊसिंग बोर्ड के पास थी. दोनों विभागों ने दो मंजिला इमारत का निर्माण किया था. शुरुआत से ही इसके निर्माण और गुणवत्ता को लेकर सवाल उठते आ रहे थे जिसके चलते जिला पशु चिकित्सा के अधिकारियों ने इस भवन को अपने हेंड ओवर नहीं लिया. जिसके बाद यह भवन खंडहर हो गया था. बताया गया कि इस भवन के गेट, टाईल्स, और खिड़की दरवाजे तक चोरी हो गए थे. रविवार को जब इस भवन की मरम्मत के बारे में पीडब्लूडी के ईई बुंदेल सिंह और जिला पशु चिकित्सा उपसंचालक के नरेंद्र शुक्ला से जानकारी ली गई तो दोनों अधिकारियों का कहना था कि निर्माण कार्य कौन कर रहा है इसकी जानकारी नहीं है.
