नयी दिल्ली 22 मई (वार्ता) प्रमुख फिनटेक कंपनी पेटीएम का घाटा मार्च 2024 को समाप्त चौथी तिमाही में बढ़कर 550 करोड़ रुपये हो गया।
पिछले साल की तिमाही में यह 169 करोड़ रुपये था।
पेटीएम की मूल कंपनी वन 97 कम्युनिकेशंस ने एक विज्ञप्ति में आज कहा, “वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही के हमारे नतीजे यूपीआई संक्रमण आदि के कारण अस्थायी व्यवधान और पीपीबीएल प्रतिबंध के कारण स्थायी व्यवधान से प्रभावित हुए।
” समीक्षाधीन तिमाही में परिचालन से राजस्व साल-दर-साल 3 प्रतिशत गिरकर 2,267 करोड़ रुपये हो गया, जबकि पिछले वर्ष की समान तिमाही में यह 2,334 करोड़ रुपये था।
वित्त वर्ष 2023-24 में भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा अपनी सहयोगी फर्म पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर प्रतिबंध से प्रभावित हुआ।
पीपीबीएल को आरबीआई के निर्देश के बाद, पेटीएम ने कहा कि उसने अन्य बैंकों और भागीदारों के साथ सफलतापूर्वक साझेदारी शुरू कर दी है।
पेटीएम के संस्थापक एवं सीईओ विजय शेखर शर्मा ने कहा “हमें उम्मीद है कि चौथी तिमाही में हमारे कारोबार में आई रुकावटों के कारण हमारे राजस्व और लाभप्रदता पर निकट अवधि में वित्तीय प्रभाव पड़ेगा।
इसमें पीपीबीएल वॉलेट के रुकने के कारण स्थिर स्थिति पर प्रभाव शामिल है।
हमने पिछली तिमाही के दौरान अपने ग्राहकों को कुछ अन्य भुगतान और ऋण उत्पाद भी रोक दिए थे, और मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि ऐसे कई उत्पाद फिर से शुरू हो गए हैं या जल्द ही शुरू होने की प्रक्रिया में हैं।
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